बांसी, सिद्धार्थनगर।
बांसी तहसील क्षेत्र में खनन माफियाओं का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि अब वे प्रशासन की नाक के नीचे सरकारी संपत्तियों को भी नहीं बख्श रहे। तहसील और थाने से महज 3 किमी की दूरी पर स्थित मिठवल ब्लॉक की ग्राम पंचायत बजारडीह में सरकारी तालाबों और गड्ढों की मिट्टी की खुलेआम खुदाई की जा रही है। स्थानीय प्रशासन इस मामले में गूंगा-बहरा बना बैठा है, जिससे माफियाओं के हौसले और बुलंद हो गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, ये अवैध खनन रात 12 बजे से सुबह 5 बजे तक धड़ल्ले से चलाया जाता है, ताकि किसी की नजर न पड़े। ग्रामीणों ने इस पूरे मामले की सूचना मौखिक और मोबाइल के जरिए कई बार प्रशासन को दी, मगर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
प्रश्नचिह्न प्रधान की भूमिका पर भी
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि इस अवैध खनन में ग्राम प्रधान की पूरी मिलीभगत है, क्योंकि उनकी अनुमति या संरक्षण के बिना इस तरह की खुदाई संभव ही नहीं है।
अब सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन इस मामले में जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करेगा, या फिर अपनी आंखें मूंद कर खनन माफियाओं के सामने समर्पण की मुद्रा में सोता रहेगा?