सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय संगोष्ठी में जुटेंगे देशभर के साहित्यकार
23 एवं 24 को सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में होगा राष्ट्रीय संगोष्ठी
सिद्धार्थनगर। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु के हिंदी विभाग तथा उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान में 23 एवं 24 अप्रैल को दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन हो रहा है। संगोष्ठी संयोजक प्रो हरीश कुमार शर्मा ने बताया कि यह संगोष्ठी प्रख्यात हिंदी कथाकार फडीशवर नाथ रेणु पर केंद्रित है।
जिसका विषय फडीशवर नाथ रेणु और उनका साहित्य है। फणीश्वरनाथ रेणु साहित्य की दुनिया में बड़ा नाम है। उनकी कृति मैला आँचल, परती परिकथा, तीसरी कसम जैसे अनेक कथा समाज को प्रेरित करने वाली रही है और फणीश्वर नाथ रेणु की हिंदी कथा जगत में एक विशिष्ट पहचान। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय इसी सेप्रेरित होकर इस संगोष्ठी का आयोजन कर रहा है ।
संगोष्ठी में उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान लखनऊ के कार्यकारी अध्यक्ष प्रो सदानन्द गुप्त हिंदी संस्थान के निदेशक डॉ पवन कुमार ,संपादक अमिता दूबे श्यामा किशन सक्सेना संस्थान की ओर से समारोह में उपस्थित रहेगे। उद्धघाटन समापन के अतिरिक्त संगोष्ठी में कई सत्र भी आयोजित किये जाएंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो हरि बहादुर श्रीवास्तव करेंगे। संगोष्ठी में हिंदी साहित्य के मूर्धन्य विद्वान और कुलपति प्रोफेसर सुरेंद्र दुबे, केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा के पूर्व निदेशक प्रो नंदकिशोर पांडे, शिक्षा निदेशक माध्यमिक वाराणसी से डॉ प्रदीप कुमार सिंह जैसे महत्वपूर्ण विद्वान दो दिन मंथन करेंगे। संगोष्ठी में मुख्य रुप से चार सत्र विभिन्न विषयों पर मंथन किया जाएंगा।
सत्रों में अध्यक्षता एंव मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर दिनेश कुमार चौबे, शिलांग से डॉ अरुण पांडेय, डॉ सुजीत कुमार मिश्र, ईटानगर से प्रोफ़ेसर पावन अग्रवाल, डॉक्टर बलजीत श्रीवास्तव, लखनऊ से प्रोफ़ेसर योगेंद्र प्रताप सिंह, डॉक्टर अमरेंद्र त्रिपाठी, प्रयागराज से डॉ मंजू द्विवेदी, डॉक्टर सत्य प्रकाश पाल, डॉक्टर अजीत कुमार पुरी, वाराणसी से डॉक्टर मधुसूदन शर्मा, प्रोफेसर प्रत्यूष दुबे, प्रोफेसर विमलेश, डॉक्टर देवेंद्र तिवारी, डॉ नितिन श्रीवास्तव,
गोरखपुर से सिद्धार्थ शंकर, प्रोफेसर राज कुमार छपरा से इसके अतिरिक्त संगोष्ठी में प्रतिभाग करने विभिन्न विश्वविद्यालयों महाविद्यालयों सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के संबद्ध महाविद्यालयों के हिंदी विषय में रुचि रखने वाले श्रोता शोधार्थी उपस्थित रहेंगे। उक्त जानकारी सूचना जनसंपर्क अधिकारी डॉ अविनाश प्रताप सिंह ने दी है।