मस्जिद में बारिश के लिए परवर दिगार से बच्चों ने की फरियाद
डा0 शाह आलम
बारिश का मौसम जून बीत चुका है और अब जुलाई भी गुजरता जा रहा है। लेकिन बारिश का कहीं नाम व निशान नहीं है। इंसान तो इंसान चरिंद – परिंद बेजुबान जानवर सूरज की तपिश से परेशान हैं। खेतों की उपजाऊ जमीनें गर्म हो कर फटती हुई देखी जा रही हैं। आसमान पर नजर डालें तो कहीं से बारिश के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। अब तो बस परवर दिगार ( ईश्वर )से ही आस लगी हुई है। जिसे लेकर आज आदर्श नगर पंचायत शोहरतगढ के जामिया नूरुल लतीफ शोहरतगढ़ में पढने वाले मासूम बच्चों ने अपने नन्हें-मुन्ने हाथों को उठा कर परवर दिगार (ईश्वर) की बारगाह में दुआ की है। मौला हम तेरे बन्दे हैं हम से गलतियां होती हैं,तू करीम है तू हमारे गुनाहों को बख़्श दे, मौला हम तुझ से तलब करते हैं कि तू हम पर बारिश नाज़िल कर दे, हमारी फसलें बेकार हो जाएंगी,ऐ मौला अगर तू ने हमारा बेड़ा पार ना किया तो बेड़ा पार होने वाला नहीं,ऐ मौला हम अपनी गलतियों की वजह से शर्मिंदा हैं । तू हमारी गुनाहों को माफ कर दे। तू हम पर अपने रहमत का नुज़ूल फरमां दे।हमारी सूखी खेतों पर बारिश फरमा कर हरा भरा कर दे।आमीन । सुम्मा आमीन ।