छात्रा को ब्रा उतारने के लिए मजबूर करने वाले पांच महिलाएं गिरफ्तार
सुरक्षाकर्मियों ने (छात्रा से) कहा था, भविष्य या इनवियर, तुम्हारे लिए क्या बड़ा है? इसे निकालिए और हमारा समय बरबाद मत करो
मीडिया रिपोर्ट्स
कोल्लम। केरल के कोल्लम में रविवार को नीट मेडिकल प्रवेश परीक्षा देने से पहले छात्रा को ब्रा उतारने के लिए मजबूर करने वाले पांच महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है। प्रवेश परीक्षा से पहले छात्राओं की अपमानजनक जांच से जुड़े इस मामले में पुलिस को तीन शिकायतें मिली हैं। हालांकि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने उस छात्रा के आरोपों से इनकार किया है जिसके पिता सबसे पहले शिकायत के लिए पुलिस के पास गए थे। कोल्लम के नीट परीक्षा के सेंटर सुपरिंटेंडेंट ने कहा, शिकायत की और गलत इरादे से दायर की गई है।
यह विवाद सोमवार को उस समय सामने आया था जब एक 17 वर्ष की छात्रा के पिता ने मीडिया के साथ बातचीत में आरोप लगाया था कि उसकी बेटी को ब्रा उतारने को मजबूर
किया गया क्योंकि सुरक्षा जांच के दौरान उसकी ब्रा के मेटेलिक हुक की वजह से आवाज आई थी। पिता का कहना था कि उनकी बेटी बिना ब्रा के तीन घंटे से अधिक समय की परीक्षा में बैठने के दर्दनाक अनुभव से अभी तक उबर नहीं पाई है। पिता की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि सुरक्षाकर्मियों ने (छात्रा से) कहा था, भविष्य या इनवियर, तुम्हारे लिए क्या बड़ा है? इसे निकालिए और हमारा समय बरबाद मत करो।
इस बीच, केरल की उच्च शिक्षा मंत्री आर बिंदू ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को लिखे एक पत्र में छात्राओं की गरिमा और सम्मान पर हमले की खबर पर “निराशा और हैरानी’ जताई है”उन्होंने भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कार्रवाई और मामले में केंद्रीय मंत्री के हस्तक्षेप
किया गया क्योंकि सुरक्षा जांच के दौरान उसकी ब्रा के मेटेलिक हुक से आवाज आई थी। पिता का कहना था कि उनकी बेटी बिना ब्रा के तीन घंटे से अधिक समय की परीक्षा में बैठने के दर्दनाक अनुभव से अभी तक उबर नहीं पाई है। पिता की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि सुरक्षाकर्मियों ने (छात्रा से) कहा था, भविष्य या इनवियर, तुम्हारे लिए क्या बड़ा है? इसे निकालिए और हमारा समय बरबाद मत करो।
मामले को लेकर 8 जुलाई को शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन मंगलवार को तेज हो गया। विरोध मार्च निकालने वाले आंदोलनकारियों के एक वर्ग ने कोल्लम जिले के अयूर में एक निजी शिक्षण संस्थान में तोड़फोड़ की, जहां लड़की को नीट परीक्षा में बैठने से पहले कथित तौर पर अपने अंतःवस्त्र हटाने के लिए दबाव डाला था।
छात्र कार्यकर्ता पुलिस घेरा तोड़कर कथित तौर पर कॉलेज परिसर में घुस गए और तोड़फोड़ की। पुलिस कार्रवाई में कुछ छात्र कार्यकताओं को चोटें आई हैं केरल महिला आयोग ने एक बयान में कहा है कि प्राप्त दो शिकायतों के आधार पर, उसका मानना है कि प्रथम दृष्टा ये ऐसे कृत्य थे जिनसे महिलाओं का अपमान हुआ।
पुलिस में दर्ज शिकायत में गोपाकुमार ने लिखा है, “मेरी बेटी ने बताया कि एक कमरा इनरवियर से भरा हुआ था. उनमें से बहुत से लोग रो रहे थे. नीट एक प्रमुख प्रवेश परीक्षा है, इस तरह के भद्दे बर्ताव से बच्चों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था. बहुत सी लड़कियां अपनी ब्राँ का हुक खोल और बंद कर रही थीं ।
साल 2017 में केरल के कन्नूर में लड़की को अपनी ब्रा उतारकर अपनी मां को देनी पड़ी जिसके बाद ही वो परीक्षा में शामिल हो पाई ।
इसके अगले साल केरल के ही पलक्कड़ ज़िले में एक लड़की को शर्मिंदगी भरी स्थिति का सामना करना पड़ा जब उसे ब्रा उतारने के लिए कहा गया और उस लड़की का अनुभव तब और ख़राब हो गया जब उसने देखा कि इनविजिलेटर (परीक्षा निरीक्षक) उसे लगातार घूर रहे थे।