सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में संस्कृत सप्ताह का हो रहा आयोजन
kapilvastupost reporter
सिद्धार्थनगर। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर के संस्कृत विभाग द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष में संस्कृत सप्ताह का आयोजन किया गया है, जिसमें समस्त संकायों के छात्रों के लिए श्लोक पाठ, सूक्ति एवं सुभाषित लेखन, पत्र लेखन, एवं निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। सोमवार को संस्कृत विभाग में कार्यक्रम का शुभारम्भ उद्घाटन मुख्य अतिथि अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर हरीश शर्मा द्वारा किया गया।
इस अवसर पर उन्होनें कहा कि कहा कि हमारे भारतीय पवित्र त्योहारों के पीछे एक पवित्रतम इतिहास एवं ज्ञान विज्ञान छिपा हुआ है। भारत की प्राचीन संस्कृति अत्यंत पवित्र एवं विज्ञान पूर्ण थी। संस्कृत उसी भारतीय संस्कृति का अनन्यतम अंग एवं भारत का प्राण है। देवों की वाणी सतयुग से चलती हुई मां भारती अर्थात् संस्कृत भाषा है। भारत का आधार संस्कृत ही था और संस्कृति ही है। इसी परंपरा में जब भारतीय संस्कृत में विभिन्न त्योहार मनाए जाते थे, तो संस्कृत सप्ताह मनाना कोई अतिसंयोक्ति और आश्चर्यजनक बात नहीं है।
विशिष्ट अतिथि डॉ सुनीता त्रिपाठी ने सभी संकायों के छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति हमारी हिंदू परंपरा का प्राण है। अतः आप सभी को बढ़-चढ़कर इस आयोजन में हिस्सा लेना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए इतिहास विभाग के अध्यक्ष डॉ सच्चिदानंद चौबे ने कहा कि भारतीय संस्कृति में संस्कृत सप्ताह का विशेष महत्व है। संस्कृत विभाग के सहायक आचार्य डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने प्रतियोगिता विवरण एवं नियम निर्देश की संक्षिप्तिका प्रस्तुत की। संस्कृत विभाग की प्रभारी डॉ. आभा द्विवेदी ने आभार ज्ञापन किया। इस अवसर पर जनसंपर्क एवं मीडिया प्रभारी डाॅ. अविनाश प्रताप सिंह, डॉ. जय सिंह यादव, डॉ. शरदेन्दु त्रिपाठी एवं अनेक छात्र- छात्राएं उपस्थित रहे।