सिविवि में आत्मनिर्भर भारत के चुनौतियां एवं संभावनाएं विषय पर आयोजित हुई गोष्ठी

kapilvastupost reporter

सिद्धार्थनगर। आजादी के अमृत महोत्सव के क्रम में बुद्धवार को सिद्धार्थ विश्वविधालय कपिलवस्तु, सिद्धार्थनगर के समाजशास्त्र विभाग द्वारा आत्मनिर्भर भारत के चुनौतियां एवं संभावनाएं विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में विशिष्ट वक्ता प्राचीन इतिहास पुरातत्व एवं संस्कृति विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ नीता यादव ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की नींव महिला सशक्तिकरण एवं सामाजिक समानता का इतिहास एक रुपता स्थापित करने में चिरस्मरणी योगदान प्रदान किया है। मुख्य वक्ता इतिहास विभाग के अध्यक्ष डॉ सच्चिदानंद चौबे ने अपने वक्तव्य में कहा कि आत्मनिर्भर भारत सभी के लिए आवश्यक परिकल्पना है, जिससे हमारा देश राष्ट्र जनता सभी किसी न किसी रूप में लाभान्वित होंगे।

अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए अध्यक्ष, कला संकाय एवं विभागाध्यक्ष हिन्दी विभाग प्रो. हरीश शर्मा ने कहा कि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में हम सभी के लिए आत्म निर्भर भारत एक प्रेरणात्मक कार्य योजना निर्धारित करता है, जिस प्रकार हम अपने जीवन के इतने कम समय में अपने आप को एवं अपने घर, परिवार, राष्ट्र को आत्म निर्भर बनाने का सफल प्रयास तभी करने में सक्षम होंगे जब स्वयं को कार्य कौशल प्रशिक्षण को आत्मसात करेंगे।

कार्यक्रम में विषय प्रस्तावना व विषय बोध कराने का कार्य डॉ यशवन्त यादव, सहायक आचार्य, इतिहास विभाग द्वारा किया गया। धन्यवाद व आभार ज्ञापन का कार्य समाजशास्त्र विभाग के प्रभारी डॉ प्रदीप कुमार पाण्डेय ने किया।कार्यक्रम का संचालन डॉ मयंक कुशवाहा सहायक आचार्य समाजशास्त्र विभाग, द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में विश्व विद्यालय के शिक्षक डॉ आभा द्विवेदी, डॉ जय सिंह यादव, डॉ धर्मेन्द्र कुमार, डॉ सरिता सिंह, डॉ अब्दुल हफीज, डॉ अरविन्द कुमार रावत, डॉ बाल गंगा धर, डॉ रविकान्त शुक्ला, डॉ शारदेंदु त्रिपाठी, डॉ अविनाश प्रताप सिंह, सहित विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।

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