मिश्रौलिया – बूढ़ी राप्ती नदी का जल स्तर बढ़ने से दो स्थानों पर रिसाव से स्थानीय ग्रामीण भयभीत
इसरार अहमद / अभिषेक शुक्ल / रमेश गुप्ता
इटवा तहसील अन्तर्गत स्थित बूढ़ी राप्ती नदी के किनारे पर बसे दर्ज़नो गांव- मदरहवा, बजराभारी,बडूईया, नवेल, औरहवा, सोनौली नानकार, मधवापुर, रतनपुर , असोगवा , ओदनवा , बोहरवा बाध, आदि गांव शामिल हैं।
बूढ़ी राप्ती नदी के उफान से कठेला चेतिया मार्ग पर स्थित विभन्न गांव से गुजर रही सड़क पर बाढ़ की पानी तीव्र गति से बढ़ने से आवागमन बाधित हो रहा है, मधवापुर कला चौराहे से पूर्व इटवा कठेला को जोड़ने वाली पी डब्लू डी सड़क पर बाढ़ के पानी का स्तर बढ़ रहा है , वहीं गौरडीह, धोबहा, मैनिहवा आदि गांव के सड़कों पर बड़ी तेजी बाढ़ के पानी बढ़ने से बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
ग्रामीणों को रोजमर्रा जरूरत की चीजें नहीं मिल पा रही हैं वहीं पशुओं के चारे के लाले पड़ गए हैं।
बाढ़ के चपेट में किसानों के लहलहाते धान की फसल बाढ़ की पानी से डूब जाने से हर कोई चिंतित देखा जा रहा है।
विश्राम विश्वकर्मा, राम मिलन, बाल गोविंद, रोहित चौहान हरिवंश प्रजा पति ने कहा कि कुछ दिन पूर्व किसान मजदूर सूखा काल की वज़ह से किसान मजदूर परेशान थे, एक दूसरे से कर्ज लेकर सूखे धान की फसलों में पंपिंग सेट से पानी चला कर किसी हिसाब से खाद पानी देकर फसल को तैयार किया जा रहा था, लोगों में अपनी अपनी फसल को लेकर उम्मीद जगी थी, लेकिन बीते सप्ताह से लगातार बारिश के चलते बूढ़ी राप्ती नदी के उफान से क्षेत्र के दर्ज़नो गांव के आस पास खेतों में भारी मात्रा में पानी भर जाने से फसल डूब जाने से नष्ट हो गया।
इसी कड़ी में अब्दुल रसीद, होरिलापुर ग्राम प्रधान अजहरुद्दीन, मो रफीक, महबूब चौधरी, अब्दुल करीम आदि ने बताया कि बूढ़ी राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ रहा है, नदी के किनारे बने बांध भी भरोसेमंद नहीं हैं, बरसात से पूर्व बांधों शासन स्तर से जो भी कार्य मरम्मत के नाम से किया गया था वह मात्र खानापूर्ति रही।
अगर इसी गति से बाढ़ का पानी बढ़ता रहा, तो कभी भी बांध कट सकता है, और बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में तबाही मच सकती है।
समाचार लिखे जाने तक बदुइय्या और महरथा घाट के पास बंधे से रिसाव हो रहा था जिसे ग्रामीणों ने अपने प्रयास से किसी तरह रोक लिया है लेकिन सूत्र बताते हैं कि पानी का जादा दबाव है यह कभी भी टूट सकता है।
शासन प्रशासन के ज़िम्मेदार अभी तक इस क्षेत्र में दौड़ा तक नहीं किए न ही कोई जनप्रतिनिधियों का दौड़ा हुआ है।