बढ़नी – लक्ष्मी पूजा पंडाल में तोड़ फोड़ करने वाले आरोपियों के परिवार को पुलिस ने उठाया
बृहस्पतिवार को सुबह से सोशल मीडिया पर मूर्ति तोड़े जाने की घटना का जबरदस्त प्रचार हो रहा था जिले के कोने कोने से लोग घटना की वास्तविकता जानने के लिए लगातार प्रयास में थे।
ओजैर खान
बढ़नी, सिद्धार्थनगर। शोहरतगढ़ तहसील के ढेबरुआ थाना क्षेत्र अंतर्गत सिसवा उर्फ शिवभारी गांव में स्थापित लक्ष्मी पूजा पंडाल में गांव के ही कुछ व्यक्तियों द्वारा गाली गलौज और तोड़ फोड़ की घटना को अंजाम दिया गया जिससे पूरे गांव में तनाव का माहौल पैदा हो गया ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम समाज की भूमि पर अनारुल्लाह पुत्र शहादत द्वारा बांस लगाया गया था जिसमे से एक या दो बांस लक्ष्मी पूजा पंडाल समिति द्वारा धार्मिक कार्य में उपयोग हेतु काट लाया गया था। जिसकी जानकारी होने पर अनारुल्लाह व अकबाल पुत्र शहादत , जावेद एवं नितिन मौर्य द्वारा लक्ष्मी पूजा पंडाल परिसर में पहुंच कर लोगों के साथ गाली गलौज करने लगे।
लक्ष्मी पूजा पंडाल के पास मौजूद सिसवा उर्फ शिवभारी निवासी वीरेंद्र के अनुसार अनारुल्लाह व अकबाल मौके पर पहुंच कर बांस को लेकर गाली गलौज करने लगे इतने में नितिन मौर्या और जावेद भी मौके पर पहुंच गए और नितिन मौर्य उर्फ नीतू मौर्य के उकसाने पर ये चारो लोग पंडाल में घुस आए और पंडाल में रखा टेलीविजन एवं पंखे को धकेल दिया और मूर्ति की तरफ बढ़ने लगे लेकिन हम लोगों द्वारा बीच बचाव किया गया जिससे ये लोग मूर्ति तक नहीं पहुंच सके वर्ना मूर्ति को भी ये लोग खंडित कर देते।
ये घटना बुधवार शाम लगभग साढ़े 8बजे के आस पास की है। लोगों का कहना है कि लक्ष्मी पूजा पंडाल में उपद्रव की सूचना डायल 112 पर दी गई थोड़ी देर में ही मौके पर कोबरा डायल 112 की टीम एवं हल्का दरोगा कौशल कुमार पांडेय भी मौके पर पहुंच गए और लोगों को समझा बुझा कर मामले को शांत करा दिया लेकिन बाद में फिर नितिन मौर्य एवं उनके साथियों द्वारा पूजा पंडाल के सामने रोड पर खड़े होकर पूर्व प्रधान एवं प्रधान को गाली गलौज करने लगे और देख लेने की धमकी देते हुए ये लोग अपने घर चले गए। जिसकी सूचना सुबह पूर्व प्रधान अनूप सिंह के भाई अंकित सिंह एवं लक्ष्मी पूजा समिति के अध्यक्ष राम प्रकाश सिंह सुबह 9 बजे थाने पहुंच कर थानाध्यक्ष को शिकायती प्रार्थना पत्र दिया जिस पर थानाध्यक्ष ने तुरन्त संज्ञान में लेते हुए मौके पर पहुंच कर हालत का जायजा लिया और दोषियों के खिलाफ धारा 427,504,506 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। लेकिन समाचार लिखे जाने तक उन चारों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी।
खबर लिखे जाने तक चारों लोगों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी ।अलबत्ता पुलिस उनके घर वालों को थाने उठा लायी और थाने पर बिठाए रखा है।
गांव में सुबह से ही तनाव का माहोल बना हुआ था क्यों लक्ष्मी पूजा समिति के सदस्यों एवं गांव के भी कुछ व्यक्तियों द्वारा धरने पर बैठने एवं चारों दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक मूर्ति विसर्जित नहीं किए जाने पर अडिग थे। कुछ व्यक्तियों का कहना था कि जब तक चारों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती है तब तक हम लोग मूर्ति को विसर्जित करने नहीं जायेंगे।
लेकिन शाम लगभग 6 बजे के करीब क्षेत्राधिकारी जयराम एवं थानाध्यक्ष हरिओम कुशवाहा भी लक्ष्मी पूजा पंडाल परिसर में पहुंच कर लोगों को आपसी सामंजस्य बिठा कर मूर्ति विसर्जित करवाने की कोशिश की गई लेकिन सभी लोग दोषियों की गिरफ्तारी न हो जाने को लेकर अडिग रहे और उन चारों लोगों के घर वालों को उठवा कर थाने पर बिठाने की मांग करने लगे जिस पर क्षेत्राधिकारी ने निर्देश दिया की चारों लोगों के घर वालों को उठाया जाए और थोड़ी देर में महिला कांस्टेबल भेज कर उन फरार दोषियों के घर वालों में उन लोगों की पत्नी, बहन, एवं मां को पुलिस थाने उठा लाई। जिसके बाद मूर्ति को विसर्जित करने के लिए लोग राजी हुए और बृहस्पतिवार शाम लगभग पौने 9 बजे लोग ट्रैक्टर ट्राली पर मूर्ति को लेकर घोराही नाले में विसर्जन के लिए रवाना हो गए।
ढेबरुआ थानाध्यक्ष हरिओम कुशवाहा ने बताया की हम कल रात से ही थाना क्षेत्र में लक्ष्मी पूजा विसर्जन में ही लगे हुए थे।
और हल्का दरोगा द्वारा ऐसा कुछ नहीं बताया गया की मामला इतना गंभीर होने की संभावना है लेकिन सुबह जब हमें शिकायती प्रार्थना पत्र मिला तो हम मौके पर पहुंच कर जायजा लिया और चार नामजद लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है और लोगों की धर पकड़ चालू है और उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।