विद्यालय परिवार ने अपने खिलाड़ी छात्रों को दिया पुरस्कार
गुरु जी की कलम से
सिद्धार्थनगर 05 नवंबर। ब्लॉक संसाधन केन्द्र बर्डपुर के क्रीड़ांगन में पहली बार ब्लॉक स्तरीय बेसिक बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता दो दिन के बजाए एक ही दिन में संपन्न हो गई। और सभी विजेता खिलाड़ियों को भी बिना पुरस्कार के अपने अपने घरों को मायूस होकर जाना पड़ा। पुरस्कार न मिलने से बच्चों के चेहरे पर मायूसी साफ दिखाई दे रही थी। जिम्मेदारों द्वारा पुरस्कार न मिलने की वजह धनाभाव यानी पर्याप्त सरकारी बजट का न होना बताया जा रहा है।
ब्लॉक स्तरीय बेसिक बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता में पूर्व मध्यामिक विद्यालय देवरा चौधरी के बच्चे वालीबाल की प्रतियोगिता में प्रथम आए। खेल समापन के समय पुरस्कार की आशा थी। लेकिन जब शाम को बिना पुरस्कार के वापस लौट रहे थे तो सभी बच्चों के चेहरे पर मायूसी साफ दिखाई दे रही थी। बच्चो के चेहरे पर मायूसी देखकर विद्यालय परिवार की तरफ से दूसरे दिन विद्यालय पर सभी खिलाड़ियों के गले में मेडल पहनाकर, पेन, और चाकलेट भेंटकर उनकी हौसला अफजाई की गई।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक ब्लॉक, तहसील और जिले स्तर पर खेल के लिए जो सरकारी बजट आता है, उससे सारी खेलों का आयोजन होना संभव नही है। हर साल शिक्षकों के सहयोग से शानदार खेल के आयोजन हुआ करते थे। शिक्षकों से आर्थिक सहयोग न लिए जाने सम्बन्धी शासन के एक फरमान के आने से शिक्षकों ने इस साल आर्थिक सहयोग नही किया, जिससे यह कार्यक्रम मात्र खानापूर्ति ही बनकर रह गई। यही हाल तहसील और जिले स्तर की भी होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।