भूकंप के झटके से डरा युवक मीडिया नोटिफिकेशन से हुवा नार्मल बची जान
उत्तर भारत व नेपाल सहित उत्तर प्रदेश में भी महसूस किए गए भूकम्प के झटके : दहशत
सिद्धार्थ नगर जनपद में भी रात में आये भूकम्प के झटके से शैतानी हरकत समझ कर सहम गये
सिद्धार नगर जिले में 2015 में आये भयंकर भूकम्प का केंद्र भी नेपाल में ही था
डॉ शाह आलम
मंगलवार देर शाम 8 बजकर 57 मिनट पर सिद्धार्थ नगर जनपद के शोहरतगढ क्षेत्र में दो से तीन सेकंड के लिए भूकम्प के झटके महसूस किए गए।
प्रत्यक्ष दर्शी डा0 शाह आलम ने पंखे को 2-3 सेकंड हिलता देखा है । इससे पहले कि बाहर निकलने के लिए लोगों को आवाज लगाई जाती भूकम्प के झटके थम गए।
कस्बे के एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी देर रात तक नेट पर सर्फिंग करने वाले व्यक्ति ने बताया कि जब भूकम्प आया तब वह अपने बेड पर नेट चला रहे थे अचानक ही झटका मिलने पर वह उठकर बैठ गए फिर सोफे पर जाकर बैठ गए घर में परिवार का कोई भी सदस्य नहीं होने से वह बहुत डर गए। फिर मीडिया के नोटिफिकेशन से जान में जान आई।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलाँजी के मुताबिक मंगलवार रात आए भूकंप का केंद्र उत्तराखंड के पास पड़ोसी नेपाल राष्ट्र का कालूखेती रहा।
विभागीय सूचना के मुताबिक भूकम्प जमीन से नीचे दस किलोमीटर रहा । पड़ोसी राष्ट्र नेपाल में भूकम्प की तीव्रता 4.9 से 6.5 रिएक्टर बताया गया है। भूकम्प नेपाल राष्ट्र में ज्यादा प्रभावशाली रहा जिसमें जान माल के नुकसान की खबर है।
वहीं भारत देश की राजधानी दिल्ली के साथ उत्तर प्रदेश के लखनऊ, प्रयागराज, कानपूर, बरेली, गोरखपुर , सिद्धार्थ नगर सहित शोहरतगढ में भी भूकम्प के मामूली झटके महसूस किए गए हैं।
हालांकि उत्तर प्रदेश के लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, सिद्धार्थ नगर शोहरतगढ में किसी भी तरह के जानी या माली नुक्सान की कोई खबर अब तक प्राप्त नहीं है। लेकिन मंगलवार को आए भूकम्प से लोगों के दिल दिमाग में पुरानी यादें ताजा कर दिया है।
सनद रहे कि बीते 25 अप्रैल 2015 को आए भूकम्प ने लोगों को अपने घरों से निकल कर सीवान खेत खलिहानों में महिलाओं पुरूषों बच्चों को पनाह लेने पर मजबूर कर दिया था ।
मंगलवार के अचानक आए इस भूकम्प ने फिर वही दर्द ताजा कर दिया है। जिसे लेकर सभी डरे सहमे नजर आ रहे हैं। इस के मद्देनजर लोग आपस में एक दूसरे को रात में चौकन्ना रहने की सलाह दे रहे हैं।