ईओ एवं चेयरमैन के खिलाफ दो दिनों से धरना पर बैठे हैं सभी सभासद , कोई अधिकारी नहीं आया
सभासदों की मांग को उच्चाधिकारियों द्वारा लगातार नजरअंदाज करना सरकार के मुंह पर तमाचा है जहाँ सरकार जीरो टॉलरेंस की बात करती है लेकिन सिस्टम तो वही है क्या बदलाव हुवा है जनता देख रही है।
डा0 शाह आलम
अधिशाषी अधिकारी एवं चेयरमैन के क्रिया कलापों से त्रस्त हो कर आदर्श नगर पंचायत शोहरतगढ कार्यालय पर नगर पंचायत के चुने हुए सभी प्रतिनिधि दो दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन कोई अधिकारी सभासदों का हाल जानने अथवा उनकी समस्या सुनने के लिए समाचार लिखे जाने तक नहीं पहुंचा है। गलत कौन सही कौन मांग जायज या नाजायज सभासदों की जीत होगी या चेयरमैन व अधिशाषी अधिकारी की जीत होगी यह तो अलग बात है ।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या संविधान ने जो धरना प्रदर्शन करने वालों के लिए प्रोटोकॉल बनाया है उसका पालन भी अब नहीं कराया जाएगा। एक दिन वह भी था जब सत्य अहिंसा धरना प्रदर्शन के दम पर श्री अन्ना हजारे के नेतृत्व में कांग्रेस की हुकूमत को हिला कर उनसे सत्ता की कुर्सी जनता ने छीन ली थी।
एक दिन आज भी है जब सत्य अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए लोकतांत्रिक ढंग से धरना प्रदर्शन कर रहे निर्वाचित सभासदों का हाल भी पूछने को कोई नजर नहीं आ रहा है। जो लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है। जिसे लेकर समाज सेवियों ने चिंता व्यक्त किया है।
धरना प्रदर्शन कर रहे सभासदों ने आरोप लगाया है कि चेयरमैन पुत्र सौरभ गुप्ता व अधिशाषी अधिकारी नवीन कुमार सिंह मिल कर चोरी चोरी चुपके चुपके बिना कार्य कराए सरकारी धन हड़प ले रहे हैं। स्वच्छता अभियान के तहत कार्य कराने में फर्जी भुगतान, व्यक्तिगत शौचालय बनवाने में फर्जी भुगतान, विवाह घर का बगैर बोर्ड बैठक स्वीकृति के लोकार्पण की योजना साथ साथ चेयरमैन परिवार के मृतक सदस्य के नाम से विवाह घर का नाम रखना, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सरकारी धन से चेयरमैन के मृतक पति के नाम से बोर्ड लगाना, यह सारी मनमानी कर सरकारी धन का खर्च कर अपने परिवार के हित में चेयरमैन द्वारा किया जा रहा है, जिससे सरकारी धन जनता के हित में न खर्च हो कर चेयरमैन परिवार के हित में किया जा रहा है। जो शासन की मंशा को तार तार कर रहा है।
इस मामले को लेकर पहले भी कमिश्नर बस्ती मंडल कार्यालय में शिकायत दर्ज कराया गया था लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। पुनः एक प्रार्थना पत्र दे कर कमिश्नर साहब से न्याय की गुहार लगाई है। सभासदों ने कमिश्नर से मांग की है कि विवाह घर का नाम स्वतंत्रता सेनानी अथवा आजादी में देश के लिए जान की कुर्बानी देने वाले के नाम से रखा जाए, फर्जी तरीके से किए जा रहे सारे फर्जी भुगतान पर तत्काल रोक लगाई जाए ।
बुधवार से शुरू दो दिवसीय धरना प्रदर्शन में सभासद रवि अग्रवाल, संजीव जायसवाल, अफसर अंसारी, अफसर अंसारी (प्रतिनिधि), उमा देवी, जरीना खातून ,कलीमुन्निशा, मीरा देवी सहित प्रतिनिधि गण मौजूद रहें। सम्मानित सभासद रवि अग्रवाल का कहना है कि दो दिनों से हम सभी सभासद नगर पंचायत कार्यालय पर धरना प्रदर्शन पर बैठे हैं। इस की जानकारी एसडीएम शोहरतगढ, जिलाधिकारी सिद्धार्थ नगर, कमिश्नर बस्ती मंडल बस्ती को लिखित व व्यक्तिगत रूप से फोन पर दी गई है बावजूद इसके हम लोगों की पीड़ा सुनने के लिए कोई अधिकारी धरना स्थल पर अब तक नहीं पहुंचा है।
अधिकारियों द्वारा ऐसा किया जाना जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों का अपमान है। श्री रवि अग्रवाल ने बताया है कि धरना प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता है।