फर्जीवाड़ा जांच – वर्षों से बाप की जगह बेटा नौकरी करता रहा
पडरौना,कुशीनगर ।
फर्जी तरीके से नौकरी हासिल कर तीन दशक से सरकार को चूना लगा रहे लेखपाल से कानूनगों बने फर्जी बाड़े का एक और कारस्तानी सामने आया है। यह वही है जिन्होंने लेखपाल के पद पर रहते हुए कभी ड्यूटी नही किए। बताया जाता है कि वर्षों तक तमकुहीराज व ‘कसया तहसील मे लेखपाल के रूप मे कार्यरत रहे लेखपाल की नौकरी उनका बेटा करता था।
काबिलेगौर है कि लेखपाल के फजीर्वाड़े की फेहरिस्त बहुत लंबी है।
विभागीय सूत्र बताते है कि मदन मिश्रा न सिर्फ फर्जी तरीके से नौकरी हासिल कर लेखपाल बने है बल्कि कुशीनगर जनपद के तमकुहीराज व कसया तहसील मे जब तक वह लेखपाल के पद पर कार्यरत रहे वह कभी नौकरी नहीं किये। विभागीय सूत्रों का दावा है कि उनकी की जगह उनका पुत्र अपने पिता की नौकरी करता था।
अजित मिश्रा सरकारी अभिलेखों मे भी अपने पिता मदन मिश्रा का फर्जी हस्ताक्षर बनाता था। इसके पीछे कारण यह था कि पिता के फजीर्वाड़े का पोल न खुल जाये। चर्चा-ए-सरेआम है कि पिता की फर्जी नौकरी को बेटा अजित मिश्रा बडी दबंगई से करता था।
अजित मिश्रा हल्का मे जरूरतमंद लोगों पर न सिर्फ रौब दिखाता था बल्कि किसी काम को करने के लिए खुलेआम दबंगई से मोटी रकम घूस लेता था। इतना ही नही फर्जी नियुक्ति पत्र पर नौकरी हथियाने वाले मदन मिश्रा के पुत्र अजित मिश्रा की दबंगई और गुण्डई का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह क्षेत्र मे लोगो को बर्बाद करने तक की घमकी ही था और लोग कुछ नही बोल पाते ।
साभार जनसंदेश टाइम्स