समाजवाद का ताज बचाने के लिए , सारे गिले शिकवे हुवे दूर चाचा भतीजा एक साथ
मैनपुरी समाजवादी संघर्ष का गढ़ रहा है जहां से मुखिया मुलायम सिंह यादव समाजवादी पौधा लगाकर पूरे देश को एक छांव देने का काम किया है ।
निज़ाम अंसारी
मैनपुरी । समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लगभग छह साल के तनावपूर्ण संबंधों के बाद रविवार को मैनपुरी में एक चुनावी सभा में मंच पर चाचा शिवपाल यादव के पैर छू कर आशीर्वाद लिया।
जनता ने तालियों की गड़गड़ाहट से इस भाव का स्वागत किया गया। सभा को संबोधित करते हुए शिवपाल ने कहा, आपने कहा, एक हो जाओ तो हम एक हो गए। अब हमारी बहू को जीत दिला देना।
अखिलेश यादव ने अपने भाषण में कहा, मेरे और मेरे चाचा के बीच कभी कोई मतभेद नहीं था। हमारे संबंधों में कोई समस्या नहीं थी। यदि कोई मतभेद थे तो वे राजनीतिक संबंधित थे, जो मिट गए हैं। शिवपाल यादव के इटावा स्थित घर पर पहुंच कर अखिलेश
यादव और डिंपल यादव की मुलाकात नए समीकरण बना रही है।
वहीं दो दिन से शिवपाल पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकताओं से मिलकर डिंपल की जीत सुनिश्चित करने में जुट गए हैं।
इस क्रम में रविवार को शिवापल सिंह यादव सैफई क्षेत्र में एक कार्यक्रम में पहुंचे हैं। यहां अपने संबोधन में शिवपाल ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एक साथ मिलकर ही भाजपा को हराया जा सकता है।
आज से ही हमें मिलकर काम करना है। उन्होंने कहा कि आपने
कहा था कि एक हो जाओ, हम एक हो गए। वहीं, डिंपल यादव की जीत के लिए कार्यकताओं को निर्देशित भी कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में अखिलेश यादव, प्रो.रामगोपाल यादव सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे हैं।
इटावा-मैनपुरी की राजनीति में भावनाएं और रिश्ते काफी अहम होते हैं। शिवपाल इसे बखूबी जानते और मानते हैं। उनका समर्थन डिंपल को जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा कर सकता है। इसलिए, उनके निर्णय पर खुशी भी जताई जा रही है और उन्हें उचित स्थान देने की मांग भी हो रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से शिवपाल सिंह यादव ने सभी पदाधिकारियों से सपा प्रत्याशी डिंपल यादव के लिए वोट मांगने और किसी भी हाल में उन्हें जिताने के निर्देश दिए।