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कानपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के ताजा बयान के बाद से कई जगह विवाद नजर आ रहा है। ब्राह्मणों पर दिए संघ प्रमुख के बयान को लेकर बेहद रोष देखने को मिला है। हालांकि, आरएसएस की ओर से इस पर सफाई भी आ गईं है। भागवत ने अपने बयान में कहा था कि जाति व्यवस्था इंश्वर ने नहीं बनाई है, बल्कि ये पंडितों के द्वारा बनाई गई है। इस बयान पर आरएसएस नें स्पष्टीकरण देकर कहा कि संघ प्रमुख ने जिस हापंडितक्त शब्द का उपयोग किया था, उसका मतलब हाबुद्धिजीवियोंह्न से है, न कि ब्राह्मणों से है। कानपुर महानगर में भी हमें ब्राह्मण महासभा द्वारा भागवत के खिलाफ धरना दिया गया। यहां हनुमान चालीसा पाठ कर उनकी सद्बुद्धि के लिए प्राथर्ना की गई। इसके साथ ही संगठन के अध्यक्ष दुर्गेश मणि त्रिपाठी नें कहा कि, संघ प्रमुख भागवत को अपना बयान वापस लेना चाहिए।
दरअसल भागवत ने मुंबई के कार्यक्रम में वर्ण व्यवस्था से जुड़ा एक बयान दिया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि पंडितों ने जाति में लोगों को बांटा है जों गलत था। इस बयान के बाद से ब्राह्मण ‘भागवत के खिलाफ मुखर नजर आ रहे हैं। इस मामले में ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष त्रिपाठी ने कहा कि जो बयान आरक्षक प्रमुख मोहन भागवत ने दिया है, उस बयान से पूरे ब्राह्मण समाज में रोष व्याप्त है। अगर उन्होंने अपना बयान नहीं वापस लिया, तब हिंसात्मक कार्रवाई भी हो सकती है। लोग सड़कों पर उततरकरं और उनके खिलाफ प्रदर्शन होगा। वहीं, जेएनयू में लिखा गया ब्राह्मण भारत छोड़ो पर भी महासभा ने कहा कि यह भी आरएस एस और बीजेपी की मानसिकता को दिखाता हैं।
संघ प्रमुख मोहन भागवत के दिए गए बयान को लेकर बिहार के मुजफ्फरपुर की एक अदालत में उनके खिलाफ मंगलवार को एक परिवाद पत्र दायर किया गया है। मुज्जफरपुर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में आरएसएस प्रमुख के रविदास जयंती के मौके पर पंडितों को लेकर दिए गए एक बयान को लेकर स्थानीय अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने परिवादं पत्र दायर किया गया हैं। परिवाद पत्र में आरोप लगाया गया हैं कि उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि जातियां भगवान ने नहीं बल्कि ब्राह्मणों (पॉडितों ) ने बनाया है।
दूसरी तरफ वाराणसी, उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान से अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कोतवाली वाराणसी में तहरीर देकर न्यायोचित कार्यवाही की मांग किया है।
अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद के राधघ्रवेंद्र चौबे ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद की वाराणसी इकाई ने कोतवाली थाने में तहरीर देकर संघ प्रमुख मोहन भागवत के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने लिखा है कि मोहन भागवत इसके लिए माफी मांगे।
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