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– सामूहिक विवाह कार्यक्रम मे पूरे जनपद से लगभग 700 जोड़ियों का एक साथ अपने रीति रीवाज से हुआ विवाह समन्न
– 90 जोड़े मुस्लिम समुदाय के लोगों का हुआ था पंजीयन ,जिसमे 34 ही उपस्थित हो पाये
जाकिर खान
सिद्धार्थ नगर । मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बगल खाली प्रागंण में मंगलवार को बड़े ही भव्यता के साथ मुख्य अतिथि सांसद डुमरियागंज जगदम्बिका पाल, अध्यक्षता विधायक कपिलवस्तु श्यामधनी राही, बांसी के विधायक
जय प्रताप सिंह, इटवा के विधायक माता प्रसाद पाण्डेय एवं जिलाधिकारी संजीव रंजन, पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनन्द की उपस्थिति में सामूहिक विवाह का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
इसी क्रम मे सामूहिक विवाह कार्यक्रम को विधिवत रूप देने के लिए पंडाल के बगल मे अपने टीम के साथ् ब्लाक् लोटन के खंड विकास अधिकारी लालजी शुक्ल , खुनियाव ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी राकेश कुमार शुक्ल , खुनियाव के एडीओ एएसबी सुजीत कुमार , सचिव प्रियंका गोस्वामी , विनोद कुमार , एडीओ एजी लोटन यूनुस अंसारी , सचिव सुभाष , सचिव ईश्वर देव , सचिव रविन्द्र कुमार जटव , लोटन के ग्राम विकास अधिकारी मनोज कुमार , लोटन के सहायक लेखाकार् अभिषेक कुमार गुप्ता , कम्प्यूटर आपरेटर सुग्रीम प्रसाद , शिव बहादूर डुमरियागंज एडीओआईएसबी सहित अन्य कर्मचारियों के साथ पुरी तन्मयता से डटे हुए दिखाई दिये ।
विकास खंड लोटन के खंड विकास अधिकारी लालजी शुक्ल ने अपने अधीनस्थ को यह आगाह , हिदायत और निर्देश देते रहे कि कार्यक्रम मे किसी भी तरह की कोइ असुविधा न होने पाये । कार्यक्रम संपन्न होने के बाद ही यहां से कही जाना है ।
क्योंकि सामूहिक विवाह एक बहुत ही पुनीत कार्यक्रम है । उन्होंने बताया कि खंड विकास लोटन से 25 जोड़ी का पंजीकृत हुआ ।और उनका विधिवत रीति रेवाज से संपन्न हुआ ।
खुनियाव ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी राकेश कुमार शुक्ल ने बताया कि खुनियाव विकास् खंड से 48 जोड़े का पंजीकृत हुआ जिनमे सभी का शादी संपन्न हुआ ।
इसी प्रकार से डुमरियागंज विकास खंड के एडीओ 0आई 0एस० बी0 शिव बहादूर ने बताया कि डुमरियागंज से 43 जोड़े का पंजीयन हुआ जिसमे सभी का शादी स्पन्न विधिवत रीति रीवाज हो गया ।
इसी प्रकार से सब मिलाकर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम मे लगभग 700 शादियां हुई है । जिसमे अल्प संख्यक के लगभग 90 जोड़े की ही पंजीकृत हुआ । जिसमे लगभग 34 जोड़े ही सामूहिक विवाह मे पहुंच पाए जिनकी इस्लाम धर्म के अनुसार ही विधिवत रीति रीवाज से भी
संपन्न हुआ ।
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