चुनावी होली में बिगड़ सकते है सांप्रदायिक सौहार्द जन प्रतिनिधियों ने की जिला प्रशासन से मांग
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होली के परंपरागत और पावन त्यौहार पर इस वर्ष की होली में चुनावी तड़का देखने को मिल सकता है ।
आठ मार्च की होली त्योहार के ठीक बाद नगरीय निकाय चुनाव होने हैं ऐसे समय में इस पवित्र त्योहार को भी लोग ढाल बनाकर वोट बैंक पर निशाना साधने के जुगाड में है जिसका ताजा उदाहरण प्रशासन को 8 मार्च को देखने को मिलेगा हालात ही कुछ ऐसे बन रहे हैं ।
कस्बा शोहरतगढ़ में प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी होली के त्योहार की तैयारी के साथ ही एक भव्य जुलूस मस्जिद के रास्ते और रमजान गली से निकालने की तैयारी की चर्चा है जिसको लेकर अल्पसंख्यक समुदाय में असुरक्षा की भावना बढ़ रही है।

जबकि होली के त्योहार में वर्ष 2007 से एक टोली बीस से पच्चीस की संख्या में मस्जिद के रास्ते से होते स्वर्गीय मास्टर अजीज साहब के घर से मुड़कर सहाबु उस्ताद के घर से आगे बढ़ते हुवे जगदीश वर्मा के पुराने घर चौराहे से मुड़कर भारत माता चौक तक जाती है और समापन हो जाता है।
वर्ष 2022 में भी ठीक उत्तर प्रदेश असेंबली चुनाव में बी जे पी की भारी जीत के बाद होने वाले होली के त्योहार में अतिउत्साह के चलते सांप्रदायिक सौहार्द को तोड़ने की कोशिश हुई थी जिसको पुलिस प्रशासन ने रमजान गली में उक्त टोली को रोकने का प्रयास किया था।

अब एक बार फिर होली का समय आ गया है कोई रूट चार्ट के हिसाब से चलने को तैयार नहीं दिख रहा है शोहरतगढ़ थाने पर और जिलाधिकारी और एस पी द्वारा बुलाई गई जिले लेवल की मीटिंग में मामला उठा था जिसके ठोस नतीजे व आश्वासन मुस्लिम समाज की सामाजिक सुरक्षा के रूप में प्रशासन ने देने की कोशिश की है | उसके बाद भी किसी अप्रिय घटना व डर को लेकर अल्पसंख्यक समुदाय दुखी है।
बताते चलें की लगभग यही स्थिति जनपद के अन्य कस्बों में अतिउत्साह और त्योहार के मोडिफिकेशन उच्चीकरण और भव्यता के कारण सौहार्द खतरे में पड़ सकता है जिसका समय रहते निराकरण करने की आवश्यकता है साथ ही त्योहार रजिस्टर को ध्यान से पढ़ने और रूट चार्ट के हिसाब से त्योहारों को संपन्न किया जाना आवश्यक है।
सांप्रदायिक सौहार्द के बिगड़ने को लेकर पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुवे उपजिलाधिकारी शोहरतगढ़ ने कहा कि बिना प्रमिसन के किसी भी प्रकार का कोई जुलूस नहीं निकलेगा मनमानी करने वालों सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों को किसी भी कीमत पर बक्शा नहीं जायेगा चाहे जितनी पहुंच वाला हो।

प्रस्तावित भगवा यात्रा को लेकर समाजसेवी व युवा नेता ने कहा कि परंपरागत रूप से ही होली का त्योहार मनाया जायेगा। प्रशासन किसी भी नए परम्परा अपनाने के खिलाफ सख्त है प्रत्येक व्यक्ति की सामाजिक सुरक्षा के साथ ही आदरणीय मुख्यमंत्री योगी जी के दंगा मुक्त प्रशासन व शासनकाल चाहते हैं।
मंदिर कमेटी के सदस्य मनोज कुमार का कहना है प्रस्तावित भगवा होली यात्रा मंदिर कमेटी से प्रस्तावित नहीं हैं हम उसके पक्ष में नहीं हैं न विपक्ष में बाकी प्रशासन जाने।

युवा नेता व सभासद संजीव जैसवाल का कहना है कि पूर्व परम्परा का निर्वहन करते हुवे अपनी टोली को ले जाना समाज के हित में हैं। अधिकारी त्योहार रजिस्टर का अवलोकन कर लें कानून का पालन होना आवश्यक है त्योहार को सकुशल संपन्न कराए जिला प्रशासन।
