– स्कूल मे बच्चों के द्वारा अशिक्षा पर प्रस्तुत की गई एक नाटक लोगों का दिल जीत लिया
– बिना शिक्षा के मनुष्य पशु के समान होता है – अहमद फैजी
जाकिर खान
सिद्धार्थनगर । मजहबे इस्लाम मे जीव हत्या , नाहक क़त्ल , करना पाप , गुनाह , और जुर्म है । तो भ्रूण हत्या करना महा पाप , सबसे बड़ा गुनाह और जुर्म है । पवित्र किताब कुरान -ए – पाक मे जगह जगह इसका उल्लेख किया गया है । जान का नाहक क़त्ल करने वाले का ठिकाना भी जहन्नुम के निचले स्थान मे होगा ।
उक्त बातें कोतवाली लोटन क्षेत्र के ग्राम भिटपरा मे स्थित प्राचीन मक्ताब माहद मिफताहुल उलूम के प्रांगण मे आयोजित दो दिवसीय जलसे व वार्षिक उत्सव के मुख्य् अतिथि नेपाल से आये लमुस्लिम विद्वान मौलाना नसीम मदनी ने कही ।
उन्होंने आगे कहा कि दुनियां के किसी भी धर्म एवं धर्म ग्रन्थों मे जीव हत्या करने का अधिकार किसी को नहीं दिया गया। जीव को जन्म देना और उसकी मौत होना ईश्वरीय कार्य बताये गये है। अजन्मे शिशु को चाहे वह कन्या हो अथवा पुत्र गर्भ में ही समाप्त कर देना जघन्य अपराध भी और धर्मानुसार महा पाप भी। उन्होंने जलसे को खेताब करते हुए कहा की इस्लामी महिलाये तबाही के देहाने पर खड़ी हैं । इंन्का ईमान कमजोर होता जा रहा हैं । इनके दीनी तौर तरीकों मे काफी फेर बदल होता जा रहा हैं ।
समाज मे खुली हत्या कम हुआ है ।लेकिन माँ के रहम मे परदे के आण मे और पेट मे ही दवा के जरिये भूर्ण क़त्ल किया जा रहा है । जिसे ईश्वर कभी माफ़ नही करेगा । इसी के कारण समाज मे जलजला , तूफ़ान , नए नए बीमारियों के चपेट मे मानव समाज घिरते जा रहा है । लेकिन उस पर अंकुश नही लगा रहा है ।
जलसे को क्षेत्रीय मुस्लिम विद्दवान मौलाना अहमद हुसैन फैजी ने सम्बोधित किया । उन्होंने लोगों को खेताब करते हुए कहा की शिक्षा ही जीवन को सफल बना सकता है । बिना शिक्षा के मनुष्य पशु के समान हो जाता है । आज समाज मे अफरा तफरी मचा होने का सबसे बड़ा कारण है अशिक्षा । अशिक्षित युवाओ से समाज मे भीषण बिगाड़ पैदा होने की प्रबल संभावना से इंकार नही किया जा सकता ।
इसी क्रम मे युवा मुस्लिम आलिम मोहम्म्द् अहमद फैजी ने लोगों को खेताब करते हुए कहा की एक सच्चा इंसान और मुस्लिम की पहचान की सबसे बड़ी निशानी उसके ईमानदारी से होती है । इसके साथ उसके एकेश्वर की इबादत और नबी के इताअत् से होगी । आज का मुसलमान अल्लाह के प्रेम और नवी के प्रेम से काफी दूर है । आडंबर ,रेयाकारी मनुष्य के। रग -रग मे घुस गया है ।
इसी क्रम मे स्कूल के बालको द्वारा अशिक्षा पे एक नाटकीय कार्यक्रम पेश किया गया । जिसे मौजूद सरपरस्तों अभिभावकों और अन्य लोगों ने खूब सराहा । अशिक्षा से इंसान रक्षस बन जाता है । और तो और देखने मे लगेगा मानव लेकिन उसका व्यहार पशु जैसा होता है ।
निजामत व संचालन कर रहे मौलाना एजाज अहमद सनाबली ने स्कूल की संक्षिप्त परिचय देते हुए लोगों को बताया कि यह कार्यक्रम स्कूल के सस्थापक मरहूम बाबा -ए- कौम मौलाना खलीलूररहमान रहमानी के यादगार मे प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी कार्यक्रम आयोजित हुआ है ।
कार्यक्रम कि विधिवत शुरुआतव तेलावाते कलाम -ए- पाक से काजी सईदुर्रहमान फुरकानी ने किया । सदारत व अध्यक्षता मौलाना अब्दुल आखिर मक्कि ने किया । तो निजामत व संचालन एजाज अहमद सनाबली ने किया । कार्यक्रम के आयोजक मौलाना अब्दुल आखिर मक्की ने कार्यक्रम मे सामूहिक तौर पर अधिक से अधिक संख्या मे पहुंचने पर सभी का आभार व्यक्त किया ।