

शनिवार को ब्लॉक परिसर स्थित दुग्धशाला भवन में ब्लॉक प्रमुख प्रीति यादव की अध्यक्षता में क्षेत्र पंचायत सदस्यों का बैठक का अयोजन किया गया । बैठक की कार्यवाही के दौरान ब्लॉक प्रमुख प्रीति यादव व खण्ड विकास अधिकारी संगीता यादव के बीच हुए नोक-झोंक, आरोप-प्रत्यारोप के दरमियान उठे हंगामें के बीच खंड विकास अधिकारी क्षेत्र पंचायत की बैठक से भाग गयी। बैठक से उनके जाते ही प्रमुख ने बैठक की कार्यवाही रद्द कर दी।
बताते चले कि क्षेत्र पंचायत बैठक में गांवों के विकास को लेकर विभिन्न परियोजनाओं को मंजूरी दी जानी थी, जिसमें गांवों में नाली, खड़ंजा, इंटरलॉकिंग सहित अन्य विकास कार्य शामिल थे। बैठक में जलनिगम विभाग, पूर्ति निरीक्षक, सप्लाई विभाग, समाज कल्याण, कृषि विभाग आदि विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग के परियोजनाओं की जानकारी दी और रही समस्याओं का निराकरण भी करने की बात कही।
इस दौरान खण्ड विकास अधिकारी संगीता यादव से क्षेत्र पंचायत सदस्य विक्रम यादव द्वारा पूछे गए सवाल, कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में मनरेगा राज्य वित्त, केंद्र वित्त और अन्य योजनांतर्गत किन किन परियोजनाओं पर कार्य किया गया और कराये गए कार्यों के सापेक्ष किन किन परियोजनाओं का भुगतान हुआ तथा शासन द्वारा आयी धनराशि के अनुक्रम कितनी धनराशि शेष है, इसके साथ ही शेष धनराशि खर्च न होने का जिम्मेदार और कारण क्या है? के सवाल से बैठक की कार्यवाही धीरे-धीरे उग्र और सवालों के घेरे में उलझती गयी।
इस दरमियान ब्लॉक प्रमुख प्रीति यादव ने भी खण्ड विकास अधिकारी से कई सवाल दागे, जिसका उन्होंने सीधा जवाब न देते हुए निजी टिप्पड़ी कहा, और कहा कि सदन की कार्यवाही में निजी टिप्पड़ी नही होती,। इस दौरान मीडियाकर्मियों को भी वीडियो बनाने से रोकने का प्रयासकिया गया, जिसका असर शून्य रहा। इस दौरान बीडीओ संगीता यादव ने कार्य न होने के पीछे जिलाधिकारी के मौखिक आदेश की भी चर्चा की।
- क्षेत्र के विकास के लिए राजेश ज्ञावली ने वित्त मंत्री से किया मुलाकात
- नगर निकाय चुनाव में बसपा लहराईगी अपना परचम – महताब