इन्डो नेपाल बॉर्डर : तस्करों के लिए किसी बरदान से कम नही , भारत नेपाल की खुली सीमा

लगभग एक साल में केवल एनडीपीएस एक्ट के तहत सीमावर्ती थानों में चार दर्जन से अधिक मामले दर्ज । सर्वाधिक मामले शोहरतगढ़ और ढेबरुआ थानों में दर्ज । अधिकतर आरोपी नेपाली नागरिक

चन्दन श्रीवास्तव / विशेष संवाददाता

सिद्धार्थनगर। भारत नेपाल की खुली सीमा तस्करों के लिए  बरदान साबित हो रही है। तस्कर खुली सीमा का फायदा उठाकर मसाला, छुहारा, खाद सहित मादक पदार्थों की तस्करी कर रहे हैं। सीमावर्ती पुलिस और एसएसपी के लाख प्रयास के बाद भी तस्करों के हौसले बुलंद हैं। तमाम प्रयास के बाद भी बार्डर क्षेत्र से तस्करों की गिरफ्तारी इस बात का पुख्ता सबूत है। खाद, मानव तस्करी सहित मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों की लगातार गिरफ्तारी करने में भले ही एसएसबी और पुलिस सफल रही है, मग़र पूरी तरह से तस्करी पर अंकुश लगाने में सफ़ल हुई है, सन्देहास्पद है। इस प्रकार यह कहा जाना कि लाख जतन के बाद भी तस्करों के सामने एसएसबी व पुलिस अपने को असहाय पा रही है, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है।

  प्राप्त जानकारी के अनुसार, खुली सीमा की वजह से तस्कर फायदा उठाते हुए खुनुआ, अलीगढ़वा, बढ़नी, ककरहवा के रास्ते नशीले पदार्थों सहित अन्य पदार्थों की तस्करी करते हैं। पुलिस और एसएसबी के लगाम लगाने के बावजूद बार्डर क्षेत्र के तमाम कस्बों और चौराहों पर नशीले पदार्थ आसानी से मिल जाते हैं। शोहरतगढ़ तो नशे के कारोबार का हब बनताजा रहा है, यहाँ एक अलग तरीके का सुगरेट प्रचलन में है, जिसकीकीमत दो सौ से अधिक है। नशे के शौकीन इसे खूब इस्तेमाल कर रहे हैं। खासकर युवा इस प्रकार के सिगरेट में काफी दिलचस्पी दिखा कर नशे की लत में गिरफ्त होते हो जा रहे हैं।

 बता दें कि बार्डर सीमा से मादक पदार्थों की बरामदगी में 6 अगस्त को एसएसबी बढ़नी की पुलिस ने 35 ग्राम मार्फिन की बरामदगी कर कृष्णानगर निवासी शिवाकांत कश्यप को पकड़ा, तो 8 अगस्त को ढेबरुआ व स्वाट टीम ने धनौरा के पास से 102 ग्राम मार्फिन के साथ विजय गुप्ता को पकड़ा। 9 अगस्त को बढ़नी कस्बे के दो युवको को नेपाल के दांग जिले में पिस्टल, मैग्जीन और कारतूस के साथ पकड़ा जाना बार्डर पर आपराधिक सक्रियता को दर्शाता है। इसी क्रम में 20 सितम्बर को बढ़नी बार्डर से 81.06 ग्राम मार्फिन के साथ रामकिशन सोनकर व विवेक लल्लन को गिरफ्तार किया गया। मादक पदार्थों के अलावा तस्करों से खाद की तस्करी करते हुए 8 दिसम्बर को 250 कुन्तल से अधिक खाद की बरामदगी सीमावर्ती पुलिस द्वारा पकड़ी गई।

इस प्रकार देखा जाए तो पुलिस और एसएसबी द्वारा तस्करों को पकड़े जाने के इतने मामले सामने आने के बावजूद मादक पदार्थों सहित अन्य सामानों की तस्करी पर पाबन्दी नही लग पा रही है। लगातार तस्कर पकड़े जा रहे हैं। पिछले लगभग एक साल में चार दर्जन से अधिक मुकदमे एनडीपीएस एक्ट के तहत विभिन्न थानों में दर्ज हुये हैं, जिसमें सर्वाधिक शोहरतगढ़ और ढेबरुआ थाने शामिल हैं। कुल मिलाकर खुली सीमा तस्करों के लिए किसी बरदान से कम नहीं साबित हो रही, जिसका फायदा तस्कर उठा कर तस्करी करने में सफल हो रहे हैं।

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