NH 28 सिद्धार्थ नगर से बस्ती मार्ग पर जब से बेलगडा में टोल प्लाजा स्थापित हुआ है तभी से चर्चा में बना हुआ है। आलम यह है कि यहां से गुजरने वाली प्रत्येक गाड़ियों से टोल तो वसूला ही जा रहा लेकिन स्थानीय वाहनों से भी वसूली जारी है जिसे लेकर अक्सर विवाद होता रहता है।
यही नहीं टोल प्लाजा पर नियमानुसार कोई सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं है,शाम होते ही हाईमास्ट ना जलने के कारण अंधेरे में प्लाजा दिखता ही नही और टोल प्लाजा से काफी दूरी पर बने स्पीड ब्रेकर भी न दिखने के कारण दोपहिया वाहनों का अचानक दुर्घटना होना आम बात हो गया है। हद तो तब हो जाती है जब फास्टैग स्कैनर भी स्कैन नही करता और लाइन में खड़े वाहनों को आगे पीछे करके स्कैन कराया जाता है और उसी दौरान यदि किसी वाहन से कोई वाहन आगे पीछे करने के चक्कर में टकरा जाता है तो मामला पुलिस तक पहुंच जाता है,और सारा बोझ वाहन मालिकों पर लाद दिया जाता है जबकि इसमें पूरी जिम्मेदारी टोल कर्मियों की होती है।पिछले महीने ऐसी कई घटनाएं टोल कर्मियों के लापरवाही से हो चुकी हैं लेकिन प्रशासन तक कोई आवाज नहीं पहुंच रही।
कुल मिलाकर बेलगड़ा टोल प्लाजा सिर्फ और सिर्फ वसूली केंद्र बना हुआ है जहां आम जनता की असुविधा हेतु कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।