योग मन को शान्त रखने का एक अभ्यास है योग बस एक कसरत नहीं बल्कि जीवन जीने का एक तरीका है – एस डी एम प्रदीप कुमार 

विनय त्रिपाठी 

तहसील शोहरतगढ़ प्रांगण में बुधवार को नवम विश्व योगा दिवस का आयोजन हुआ। जिसमें तहसील के लेखपाल, राजस्व निरीक्षक व अन्य कर्मचारियों ने शामिल होकर शासन द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल अनुसार योगाभ्यास किया।

नायब तहसीलदार गौरव कुमार ने ग्रीवा संचालन, ताड़ासन, वज्रासन,, धनुरासन, कपालभाति, नाड़ी शोधन, शीर्षासन, भुजंगासन,त्रिकोणासन, शीतकारी प्राणायाम, भस्त्रिका प्राणायाम,पवनमुक्तासन व ध्यान के साथ योगाभ्यास कार्यक्रम को सम्पन्न कराया।

अभ्यास में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुवे एस डी एम ने कहा योग को अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है। इसे प्राणायान, योग, योग भी कहते हैं। योग योग की एक शाखा है। जहां बैठकर या बैठकर योगाभ्यास किया जाता है।

एक आध्यात्मिक प्रक्रिया जहां शरीर, मन और आत्मा संयुक्त होते हैं (योग)) यह शब्द हिंदू धर्म, जैन धर्म और बौद्ध धर्म में ध्यान की प्रक्रिया से संबंधित है।

योग एक संस्कृत शब्द है जो युज से आया है, जिसका अर्थ है इकट्ठा होना, बांधना। योग अब चीन, जापान, तिब्बत, दक्षिण पूर्व एशिया और श्रीलंका के साथ-साथ भारत से बौद्ध धर्म में फैल गया है, और इस समय पूरे सभ्य दुनिया में लोग इससे परिचित हैं।

इस दौरान उप जिला अधिकारी प्रदीप यादव, तहसीलदार राजेश सिंह नायब तहसीलदार गौरव कुमार, आशीष संगम, प्रदीप शुक्ला, रामकुमार तिवारी, दिवाकर चौधरी, मथुरा प्रसाद, आर पाठक, संदीप जयसवाल, पंचम लाल पटेल, अनिरुद्ध चौधरी, मोहित, मोहम्मद असलम आदि लोग मौजूद रहे।