शासन प्रशासन की अति महत्वपूर्ण योजना वृक्षारोपण के नाम पर प्रतिवर्ष अनगिनत रूपये खर्च होने के बाद भी किसी भी ग्राम पंचायत में कोई ऐसा स्थान नही की जहां जिम्मेदार खड़े होकर बता सकें कि मैने यह पौधा विगत वर्ष रोपा था जो अब पेड़ बन गया है।जबकि ट्री गार्ड के नाम पर खर्च हुए रुपए का कोई अता पता नहीं रहता।
इसी कड़ी में वृक्षों के लिए ज़िम्मेदार वन विभाग भी अजब गजब कार्य कर न केवल शासकीय पैसे की बरबादी कर रहा बल्कि कागजी खानापूर्ति कर कार्ययोजना के नाम पर पैसे डकार कर बगल होता नज़र आ रहा।
ताजा मामला बांसी बस्ती रोड नेशनल हाईवे 28 के दोनो तरफ लग रहे ट्री गार्ड का है जिसमे खेसरहा रेंज के तहत निर्मित ट्री गार्ड जो पिछले महीने ही काफी खराब ईंट और मसालों से निर्मित थे जिन्हें रंग रोगन कर अव्वल साबित कर दिखाया गया लेकिन पहली ही बारिश में सारा रंग छूट गया और विभागीय करस्तानी की पोल खोल रहा।
अब अगर बगल में ऐसा हो रहा तो बांसी रेंज वाले कहां पीछे रहने वाले थे,उन्होंने भी इसी सप्ताह ट्री गार्ड का निर्माण शुरू कराया है जिसमे बगल के ट्री गार्ड को देखते हुए उस से भी घटिया क्वालिटी का निर्माण शुरू करवा दिया जो बांसी नगर पालिका के गेट से छितौना गांव तक आते जाते आराम से देखा जा सकता है।
फिलहाल समाचार लिखे जाने तक वन विभाग बांसी और खेसरहा रेंज के बीच भ्रष्टाचार की प्रतिस्पर्धा जारी है लेकिन किसी भी जिम्मेदार को कोई परवाह नहीं की ऐसे निम्न गुणवत्ता के कार्य पर उंगली उठा सके।