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Kapilvastupost reporter
सिद्धार्थनगर। राजकीय बौद्ध संग्रहालय पिपरहवा सिद्धार्थनगर द्वारा कारगिल विजय दिवस के अवसर पर बुद्धवार को संग्रहालय में कारगिल युद्ध में शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गई एवं ” कारगिल विजय ” विषयक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
संग्रहालय अध्यक्ष डॉक्टर तृप्ति रॉय ने बताया कि इस साल देश 24वां कारगिल विजय दिवस मना रहा है।
इस युद्ध की शुरुआत 3 मई 1999 को हुई थी, जब पाकिस्तान ने कारगिल की ऊंची पहाड़ियों पर 5 हजार से ज्यादा सौनिकों के साथ घुसपैठ कर कब्जा जमा लिया था। भारतीय जवानों ने पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़ने के लिए ‘ऑपरेशन विजय’ चलाया। जिसके बाद 26 जुलाई 1999 को भारत ने पाकिस्तान को युद्ध में हराया।
यह खास दिन देश के वीर सपूतों को समर्पित है, जिन्होंने तमाम मुश्किलों को पार करते हुए पाकिस्तानी सैनिकों को कारगिल से खदेड़कर दुर्गम चोटियों पर भारत का तिरंगा फहराया था। कारगिल युद्ध के इन्हीं वीरों की कहानी को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हर साल 26 जुलाई को यह दिन कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इसी उद्देश्य के साथ संग्रहालय द्वारा इस अवसर पर शहीद सैनिकों को याद किया गया एवं आने वालों पीढ़ी इनके सर्वोच्च बलिदान को सदैव याद रखे इस हेतु चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। उक्त प्रतियोगिता में लगभग 50 छात्रों ने प्रतिभाग किया जिन्होंने सैनिकों के देशभक्ति को अपनी कल्पना द्वारा प्रस्तुत किया। विजेता प्रतिभागियों को प्रथम द्वितीय एवं तृतीय एवं दो को सांत्वना पुरस्कार के लिए चयनित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में “कपिलवस्तु संग्रहालय” भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के सहायक पुरातत्वविद् विकास सिंह रहे। जिनके द्वारा पुरस्कार वितरण किया गया।
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