कोरोना का टीकाकरण लगा है कि नहीं उसके नाम पर लोग ठगी के शिकार
चार महिलाओं के अकाउंट से पैसा हुआ गायब
संजय पाण्डेय
शोहरतगढ़ तहसील क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत महली में गुरुप्रसाद पत्नी अर्चना के घर पर दो अज्ञात लोगों उनके घर पर आए और उन्हें कोविड सील वैक्सीन लगवाने का प्रमाण पत्र मांगा। पूछा कि आप कोबिड शिल्ड वैक्सीन लगवाए है कि नहीं ।जिस पर महिला ने कहा कि मैं वैक्सीन लगवाए हूं। दोनों अज्ञात लोगों ने कहा कि आप अपना आधार कार्ड लाइए चेक करना पड़ेगा कि आप कोविड-19 लगवाए हैं कि नहीं।
जिस पर महिला ने अपना आधार कार्ड लाकर दिखाया। वह महिला का आधार कार्ड नंबर नोट किए। और कहा कि आप अपना फिंगरप्रिंट लगाएं उसके बाद मालूम होगा की आपका वैक्सीन लगा है कि नहीं। जिस पर महिला ने उनके भ्रम जाल में फंस कर अपना फिंगरप्रिंट लगाया दिया। और कहा कि आपका कोविड सील वैक्सीन लगा हुआ है।
इतना कहकर वह दोनों व्यक्ति वहां से चले गए करीब 2 दिन बीत जाने के बाद महिला ने अपने बच्चों के दवा हेतु नजदीकी ग्राहक सेवा केंद्र पर पैसा निकालने गई। ग्राहक सेवा केंद्र चलाने वाले व्यक्ति नगेंद्र चौरसिया ने जब उनका फिंगरप्रिंट लगाया तो देखा कि उनके अकाउंट में जीरो बैलेंस है। जिसे सुन महिला दंग रह गयी। महिला ने ग्राहक सेवा केंद्र चलाने वाले नागेंद्र चौरसिया से पूछा कि मेरे अकाउंट में 9500 रुपया था। वह पैसा कहां चला गया । जिस पर ग्राहक सेवा केंद्र चलाने वाले नगेंद्र चौरसिया ने बताया कि आपके अकाउंट से पैसा निकाल लिया गया है।
यह क्षेत्र में पहली घटना नहीं है इससे पूर्व कई गांव की महिलाओं का पैसा अकाउंट से निकाला गया है। जिसमें हथियागढ़ की एक महिला के अकाउंट से 8000 रुपया निकाला गया है। महला गांव की एक महिला के खाते से 2100 रुपया निकाला गया है।
एक महिला के खाते से 2000 रुपया निकाला गया है।
जिनके खाते से पैसा निकाला गया है उस में अधिकतर महिलाएं हैं। यह घटना क्षेत्र में भय व्याप्त जैसी घटना है। लोग तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं कि जब बैंक में पैसा सेफ नहीं है तो और कहां सेफ रहेगा। यह क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।