सिद्धार्थनगर। विशिष्ट आवश्यकता वाले दिव्यांग बच्चों के लिए विद्यालय सुगम एवं बाधा रहित होने चाहिएं जिससे समावेशी शिक्षा का लक्ष्य शतप्रतिशत प्राप्त किया जा सके।
शुक्रवार को ब्लॉक संसाधन केंद्र नौगढ़ में दिव्यांग बच्चों के लिए सुगम्य विद्यालय विकसित करने संबंधित सुगम्यता सर्वेक्षण कार्यशाला में उपरोक्त विचार मुख्य संदर्भदाता मोहम्मद इमरान अंसारी ने व्यक्त किए।
दिव्यांग बच्चों के विशिष्ट शिक्षक राकेश चौधरी एवं सुषमा पांडेय ने उपस्थित प्रधानाध्यापकों को बच्चों में दिव्यांगता के विभिन्न प्रकारों की विस्तृत जानकारी देते हुए विद्यालय को विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों की आवश्यकताओं के अनुरूप सुविधाजनक बनाने को आवश्यक बताया।
विद्यालयों में विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों के लिए रैम्प, दिव्यांग शौचालय एवं उपयुक्त बैठक व्यवस्था पर विशेष चर्चा की गई। कार्यशाला में दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा में शामिल करने के लिए स्कूल तक बच्चों की बाधा रहित पहुँच को सुनिश्चित करने के लिए सामाजिक एवं विभागीय सहयोग संबंधित योजनाओं पर भी चर्चा की गई।
एक दिवसीय कार्यशाला में जितेंद्र कुमार मिश्रा, नियाज अहमद, आलोक आनंद, धर्मेन्द्र चौधरी, दीपक श्रीवास्तव, सईद आब्दी, सुनीता वर्मा, गीता चौधरी आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।