जीत को पक्का बनाने के लिए साम दाम दण्ड भेद जातिवाद सहित हर हथकंडे अपना रहे नेता
गरीब ,मजदूर ,रिक्सवान ,छात्र,नौजवान ,किसान और बेरोजगारी के मुद्दे से भटके , नेता जी धर्म जाति का ले रहे सहारा
अरसद खान
सिद्धार्थनगर। विधानसभा चुनाव में नेता जी जीत को मुमकिन बनाने में हर हथकंडे अपना रहे हैं। इस समय चुनावी समर में सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार गर्म है। सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म पर कही किसी प्रत्याशी का आडियो, तो कही फेसबुक पर प्रत्याशी समर्थन, तो कोई धर्म, जाति विशेष पर अभद्र टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
चुनावी समर में जहाँ प्रत्याशी अपनी जीत को यकीनी बनाने के लिए हर हथकंडे अपना रहे हैं, वही सोशल मीडिया इसका सबसे बड़ा हिस्सा बन गया। सोशल मीडिया पर खबर वायरल होने के बाद प्रत्याशी सफाई देते नजर आ रहे हैं।
बता दें कि जिले की वीआईपी सीट इटवा विधानसभा क्षेत्र में कद्दावर नेता का तथाकथित आडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। यहाँ तक कि नेता जी को सफाई देनी पड़ी, और बताया गया कि उनके प्रति विपक्षी चाल चल रहे हैं। उनका कहना था कि उनकी लोकप्रियता से विपक्षी हताशा के कारण ऐसी हरकतें कर रहे हैं।
अभी यह मामला सोशल मीडिया पर सुर्खियों में था, कि फेसबुक पर डुमरियागंज विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी सैय्यदा ख़ातून के पति जहीर मलिक का कांग्रेस प्रत्याशी कांति पाण्डेय को समर्थन का पोस्ट वायरल हुआ।
वही जहीर मलिक ने इस फर्जी आईडी के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने कहा कि मेरी फर्जी आईडी बनाकर सपा की बढ़ती लोकप्रियता से घबराकर विरोधी चाल चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके पूर्व में भी चुनाव प्रभावित करने पर विरोधी ऐसे हरकत कर चुके हैं।
ऐसा ही हुआ है डुमरियागंज विधानसभा क्षेत्र में, जहां चुनाव को पक्ष में करने के लिए नेता जी मजहब का भी सहारा ले रहे हैं। डुमरियागंज के विधायक रघुवेन्द्र सिंह पर विशेष समुदाय पर अभद्र भाषा का प्रयोग करने और सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है।
इस प्रकार अवाम की बुनियादी मुद्दों से भटक कर नेता जी अब धर्म, जाति विशेष पर टिप्पणी कर अपने पक्ष में जीत का सेहरा बाधना चाहते हैं। अब देखना यह है कि जिले की अवाम पांचों विधानसभा क्षेत्र में विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसे महत्त्वपूर्ण मुद्दें पर चुनाव के नतीजे पर नेता जी के सर जीत का सेहरा बाँधती है, या जाति, धर्म, और सोशल मीडिया पर चल रहे तथाकथित आडियो, वीडियो पर भ्रमित होती है, यह तो आने वाला समय ही तय करेगा।