शासन में बैठे लोग, पर्यावरण को लेकर के जितने गंभीर होने का दावा करते है उतनी वस्तुस्थिति नहीं नज़र आती। जनपद सिद्धार्थनगर के वन विभाग के जिम्मेदार लोगों के जिम्मेदारी का आलम यह है कि आम के फलदार वृक्षों की कटान बिना परमिट के अवैध व अनाधिकृत रूप से धड़ल्ले से हो रही हैं और विभाग के जिम्मेदार लोग इस तरह कटान की ओर से मुँह मोड़े हुए हैं जैसे उनकी कोई जवाबदेही व जिम्मेदारी ही न हो।
एक छोटा सा उदाहरण मामला जनपद के शोहरतगढ़ तहसील क्षेत्र अंतर्गत स्थित ग्राम पंचायत महमुदवा ग्रांट के गाटा संख्या 468 पर लगे आम के पेड़ो के कटान का मामला प्रकाश में आया हैं। उक्त गाटा संख्या का भू-स्वामी महमुदवा ग्रांट निवासी बहादुर पुत्र भागी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रश्नगत गाटा संख्या की भूमि पर कुल दो दर्जन से अधिक आम के ऐसे पेड़ लगे है, जिनके कटान की परमिट किन्ही भी स्थित में बनने योग्य नहीं है। जबकि पेड़ की कटान कराने वाले व्यक्ति के लिए उक्त भूमि पर लगे पेड़ो की कटान कराना निहायत ही जरुरी है। उक्त के सन्दर्भ में रामप्यारे मौर्या एवं वन विभाग के ओम प्रकाश वरुण ने बताया कि 2 पेड़ो की कटान को लेकर जुर्माना की कार्यवाही की जा रही है। अब देखना यह है कि पेड़ की कटान होंगी भी नहीं? सबसे सबसे बड़ा सवाल है।