राष्ट्रीय लोक अदालत का अधिवक्ताओं ने किया बहिष्कार
राष्ट्रीय लोक अदालत में व्याप्त भ्रष्टाचार व अनियमितता के कारण जनपद न्यायाधीश से निराकरण की बात कार्यकारिणी द्वारा उठाये जाने के बाद समस्याओं के निराकरण के लिए कोई भी कदम नहीं उठाया गया जिससे अधिवक्ता नाराज हैं |
जे पी गुप्ता
सिद्धार्थनगर। सिविल सिद्धार्थ बार एसोसिएशन सिद्धार्थनगर के अधिवक्ताओं ने शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत का पूर्ण बहिष्कार करते हुए जनपद एवं सत्र न्यायालय के मुख्य गेट पर तालाबंदी करके धरना प्रदर्शन और नारेबाजी किया। जिससे लोक अदालत पूरी तरह फ्लॉप रहा।
अध्यक्ष अंजनी कुमार दुबे एवं महामंत्री दिव्य प्रकाश शुक्ल ने बताया कि विगत 2-3 राष्ट्रीय लोक अदालत में व्याप्त भ्रष्टाचार व अनियमितता को प्रकाश में लाते हुये जनपद न्यायाधीश से इसके निवारण व निराकरण की बात बार की कार्यकारिणी द्वारा उठायी गयी। जिस पर जनपद न्यायाधीश द्वारा अश्वासन पर अश्वासन दिया गया परन्तु समस्याओं के निराकरण के लिए कोई भी कदम नहीं उठाया गया।
जिसके क्रम में कार्यकारिणी द्वारा बार की आम सभा की बैठक बुलाकर सर्व सम्मति व ध्वनिमत से लोक अदालत के बहिष्कार का प्रस्ताव पारित कर दिया। जिसके अनुक्रम में शनिवार को आयोजित लोक अदालत के बहिष्कार की सार्वजनिक घोषणा कार्यकारिणी द्वारा की गयी।
राष्ट्रीय लोक अदालत के बहिष्कार एवं धरना प्रदर्शन में अध्यक्ष अंजनी कुमार दूबे व महामंत्री दिव्य प्रकाश शुक्ल के नेतृत्व में वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी, कोषाध्यक्ष सच्चिदानन्द झा, संयुक्त मंत्री अंकित चौधरी, संयुक्त मंत्री शेषमणि प्रजापति, सदस्य वरिष्ठ कार्यकारिणी नफीस हैदर रिजवी, कनिष्ठ उपाध्यक्ष पवन चन्द्र शुक्ल,
सदस्य कनिष्ठ कार्यकारिणी मनीष मणि त्रिपाठी, राजेश भट्ट, सन्तोष कुमार मिश्र, रामनरायन त्रिपाठी, अजय कुमार पाण्डेय, घनश्याम उपाध्याय, विकास शुक्ल, पवन मिश्र, मनोज उपाध्याय, रामलगन, प्रदीप कुमार सिंह, विजय कुमार शुक्ल, अजीत शुक्ल, जे०डी० यादव, अजय कान्त मिश्र, दिलीप यादव, शशांक त्रिपाठी, पूर्व महामंत्री कृपा शंकर त्रिपाठी, पी0पी0 मिश्रा, वीरेन्द्र श्रीवास्तव, आशुतोष पाण्डेय नरेन्द्र भार्गव, रमेश चन्द्र ओझा,
अजय चौरसिया, अमित त्रिपाठी, भूपेन्द्र सिंह बघेल, नागेन्द्र नाथ श्रीवास्तव, चन्द्र प्रकाश मौर्य, राजेश प्रजापति, राकेश कुमार, श्रवण पाण्डेय, विष्णु दत्त, रवीन्द्र कुमार, सन्तोष कुमार, विनोद कुमार, गिरिजेश पाण्डेय, प्रभाकर मिश्र, रामप्रीत, दिलीप मिश्र, श्रवण कुमार पाण्डेय, रजनीश कुमार पाण्डेय, विवेक पाण्डेय, अविनाश पाण्डेय, रविशंकर शुक्ल, दीपक पाण्डेय, राज किशोर, रत्नेश त्रिपाठी, अभिषेक पाण्डेय, सचिन त्रिपाठी, प्रशान्त मिश्र, अश्वनी मिश्र,
शशिकान्त उपाध्याय, उमाशंकर गौड़, संजय श्रीवास्तव, संजय पाठक, गंगाराम पाण्डेय, अवनीश कुमार द्विवेदी, संकटा पाण्डेय, जयशंकर प्रसाद मिश्र, गोपाल कृष्ण दूबे, सिद्धनाथ पाण्डेय, गोपाल जी त्रिपाठी, दुर्गेश चौबे, परमहंश, हरिहर पाठक, आदि अधिवक्तागण उपस्थित रहें।