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कई खाताधारकों ने भी बैंककर्मियों द्वारा मनमानी करने व दुर्व्यवहार करने का लगाया आरोप
Kapilvastupost
देश का सबसे माना जाना बैंक भारतीय स्टेट बैंक जिसके पास सबसे ज्यादा खाताधारक है। लेकिन इसी उपलब्धि पर इतराने वाले बैंक शाखा बढ़नी बैंककर्मियों की मनमानी और समय पर खाताधारकों का कार्य नही करने सहित लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया जा रहा है।
ग्राम सभा गजेहड़ी उर्फ मधवानगर की निवासिनी लालमती का कहना है कि हमारा भारतीय स्टेट बैंक शाखा बढ़नी में खाता संख्या – 35536558309 है। जिसमें मैंने अभी बीते 27 जून को पचास हजार रुपए व 5 जुलाई को चालीस हजार रुपए जमा की थी।
जिसकी जमा रशीद हमारे पास उपलब्ध है। लेकिन पिछले 2-3 माह से बैंक पासबुक में इंट्री नही किया जा रहा है और निकासी पर भी रोक लगा दी गई है।
जिसकी समस्या के समाधान हेतु मैं लगातार दो हफ्ते से परेशान हुं। लेकिन मेरी दुख दर्द सुनने वाला कोई नहीं है। मुझे अपने बच्चे का इलाज के लिए पैसे की सख्त जरूरत है।
बैंक कर्मियों द्वारा मुझे आज कल करके लगातार बैंक शाखा का चक्कर लगवाया जा रहा है, जिससे मैं काफी आहत और परेशान हुं। मेरी मदद करने के बजाय बैंक शाखा के लोगो द्वारा मेरे साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा हैं।
और कहा जा रहा है कि बड़े साहब ( बैंक मैनेजर) जब आयेंगे तब आपका काम हो पायेगा। लेकिन वह बीते कई दिनों से आ ही नहीं रहे हैं। वहीं बैंक शाखा पर आये बढ़नी निवासी राकेश कुमार का कहना है कि मैंने बैंक लाकर लिया था। जिसे मैंने बंद करवा दिया है।
फिर भी मेरे खाते से पैसा कट रहा है। जिसकी समाधान के लिए बैंक शाखा पर आया था, लेकिन मुझे बार-बार दौड़ाया जा रहा है।
साथ ही खाताधारक ढेबरुआ निवासी आसिफ़ ने बताया कि मुझे छोटे खाते को बड़ा करवाना है लेकिन कई दिनों से बैंककर्मी सुन नहीं रहे हैं और मुझे बैठा कर इंतजार करने के लिए कहा जा रहा है।
जिससे मैं काफी परेशान हो चुका हूं। ऐसे लोगों के खिलाफ पीड़ितों ने सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं बैंक कर्मियों के कार्य व्यवहार से परेशान पीड़ितों ने अब स्थानीय मीडिया के लोगों के पास जाकर अपनी समस्या बता रहे हैं।
उक्त संबंध में शाखा प्रबंधक विजय कुमार का कहना है कि महिला बैंक में आई थी, उसका एक जीरो बैलेंस का खाता किसी सीएसी में खुला था।जिसके वजह से दिक्कत हो रही थी, मीडिया के माध्यम से जानकारी मिलने पर संबंधित लोगों को समाधान के लिए दिशा निर्देशित किया गया है।
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