खैर पब्लिक स्कूल वार्षिक उत्सव शिक्षा और शिक्षक सफलता के सूत्र हैं – एके श्रीवास्तव
असफ़लता को गले लगाने वाला ही सफल होता है , निकट भविष्य में खैर स्कूल समाज के लिए खैर ही शाबित होगा – शमीम खान
जाकिर खान
सिद्धार्थनगर । जिला मुख्यालय पर स्थित आदर्श विद्यालयों में सुमार खैर पब्लिक स्कूल में स्थापना के बाद गुरुवार की शाम को पहलीबार आयोजित वार्षिक उत्सव सफल रहा । कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि बुद्ध विद्या पीठ स्नातकोत्तर महाविद्यालय के नवागत प्रोफेसर अभय कुमार श्रीवस्तव रहे ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रीवास्तव ने कहा कि अंधकार को मिटाने का एक ही माध्यम है । वो है शिक्षा । शिक्षा शिक्षक के बिना असंभव है । क्योंकि
” शिक्षक के बिना ये दुनिया क्या
कुछ भी नहीं बस अंधकार यहां
शत- शत नमन उन शिक्षकों को
जिनके कारण रोशन सारा जहां ” ।
उन्होंने कहा कि शिक्षक एक विचार देता है । सफलता का सूत्र देता है । उस विचार को सींचने और उसे हरा भरा रखना मां – बाप का कर्तब्य होता है । शिक्षा से गावँ , शहर, मंडल , सूबे औऱ देश का नाम रोशन किया जा सकता है । बिना शिक्षा के मानव पशु समान होता है । बच्चों को बहुमुखी प्रतिभाशाली बनाने के लिए शिक्षकों का साथ दें । माता -पिता और शिक्षकों के ताल माल से उनके जीवन का सफलतम निर्माण होता है ।
मुम्ब्रा से आये मुख्य आतिथि एनसीपी के नेता शमीम खान ने कहा कि अशिक्षित लोगों का शोषण करना आसान है लेकिन शिक्षित का शोषण करना तो दूर उनसे बचने का रास्ता ढूंढना पड़ेगा । असफ़लता को जो गले नहीं लगाता वो कभी सफल नही होता । आने वाले समय मे मालिक ने चाहा तो निशिचित ही खैर पब्लिक स्कूल जनपद का सही शिक्षा का एक केंद्र बनेगा ।
कार्यक्रम के दौरान स्कूल के प्रिंसिपल कौशल किशोर श्रीवस्तव ने स्कूल के फाउंडर मरहूम डाक्टर अब्दुल बारी को एक महान शिक्षाविद और सामाजिक परिवर्तन का आदर्श पुरोधा बताया । बहुत कम समय मे उन्होंने शिक्षा की हरियाली से जिला में स्थान बनाया । श्रीवस्तव ने कहा कि निश्चित ही खैर पब्लिक स्कूल आने वाले समय मे जिला , मंडल ,प्रदेश और देश स्तर के स्कूलों में मुकाम हाशिल करेगा । ईश्वर मरहूम डाक्टर बारी को अपने रहमत की साया में रखे|
कार्यक्रम की शुरुआत तेलावते कलाम -ए – पाक से स्कूल के छात्रों ने की ।
इसके बाद दुआइयां नज्म कविताएं व उर्दू भाषा मे बालक बालिकाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया । शहिसता व उसकी अन्य साथियों ने मुल्क पर तराना यह हिंदुसता यह हिन्दुस्तान हमारा है ” व ” स्वर्ग से सुंदर देश हमारा जिसका नाम है हिंदुस्तान ” अशिक्षा पर बालकों द्वारा एक नाटक प्रस्तुत सहित अन्य सामूहिक सासंस्कृतक गीतों कविताओं से पंडाल को झूमने और तालिया बजाने पर विवश कर दिया । लोगों ने कार्यक्रम को खूब सराहा ।
स्कूल के डायरेकटर रियाज अहमद , सहयोगी मौलाना मोहम्मद जैद व आइशा गर्ल्स कालेज बांसी मोहम्मद मोईद खान संयुक्त रूप से कार्यक्रम में आये हुए समस्त छात्र छात्राओं ,अभिभावकों , अतिथियों का तहेदिल से आभार व्यक्त की ।
इस अवसर पर मुमताज डिग्री कालेज के प्रवन्धक मुमताज अहमद , इंजीनियर इरसाद अहमद खान , डाक्टर फैजान अहमद ,
एनआईसी के हेड नसीम खान ,पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला महामंत्री कलीमुल्लाह , जामिया इस्लामिया तिलकहना के पूर्व प्रिंसिपल मौलाना जलालुद्दीन वजीरावादी , जूही ट्रेवल्स के मैनेजर समसुद्दीन , पत्रकार जाकिर खान , मास्टर जमील अहमद , मोहम्मद फारूक अहमद सहित अन्य गणमान्य लोगो की उपस्थिति रही ।