लुम्बिनी नेपाल जाने मे निशुल्क प्रवेश सुबिधा ना होने से भारतीय पर्यटकों मे निराशा,
निजाम जिलानी
ककरहवा(सिद्धार्थनगर)
कोरोना महामारी के बाद भारत नेपाल सीमा पर गाड़ियों की आवागमन शुरू हो गई है। ककरहवा बॉर्डर जो बुद्ध की जन्म स्थली लुम्बिनी को सबसे कम दुरी से जोड़ता है बुद्ध की जन्म स्थली लुम्बिनी मे भारत से बुद्ध के अनुयायी दूर दूर से लुम्बिनी दर्शन के लिए आते है।
कोरोना महामारी के पहले नेपाल के लुम्बिनी छोटी भंसार पर नेपाल मे प्रवेश करने के लिए भारतीय पर्यटकों को एक निशुल्क प्रवेश सुविधा लेना होता था जिस सुविधा से लुम्बिनी तक अपने साधन दो पहिया या चार पहिया वाहन लुम्बिनी तक निशुल्क प्रवेश दिया जाता था। लेकिन अब भारतीय पर्यटको के लिए लुम्बिनी तक निशुल्क नेपाल प्रवेश सुविधा नेपाल सरकार ने बंद किया है
जिसका सीधा असर भारतीय पर्यटकों के जेब पर पड़ रहा है जहा मोटर साईकिल का नब्बे रुपये और कार का तीन सौ भारतीय रुपये देना पड़ता है भंसार के रूप मे। भारत नेपाल दोनों देशों मे रोटी और बेटी का सम्बन्ध है ऐसे मे अधिकांश भारतीय नेपाल जाते है अगर वो कुछ दूर ही जाते है तो उन्हें भी सीमा शुल्क देना होगा ऐसी दशा मे भारतीय पर्यटकों मे भारी कामी आई है।
लुम्बिनी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविन्द ज्ञवाली ने कहा इस सम्बन्ध मे पर्यटन मंत्रालय एवं सम्बंधित अधिकारीयों को पत्राचार किया गया है उम्मीद है की जल्द ही नेपाल सरकार भारतीय पर्यटकों को लुम्बिनी छोटी भंसार कार्यालय पर लुम्बिनी भ्रमण के लिए निशुल्क प्रवेश सुविधा भारत के लोगो के उपलब्ध कराएगी।