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महेंद्र कुमार गौतम
सिद्धार्थनगर योगी राज में आज भी दलित सुरक्षित नहीं हैं। दबंगों की दबंगई का आलम यह है कि तहसील प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी भी कोई मायने नहीं रखती।
ताजा मामला जिला सिद्धार्थ नगर के तहसील इटवा के ग्राम निजामाबाद का है जहां पर प्रार्थना पत्र पर नाली की पैमाईश करने गए नायब तहसीलदार और पुलिस के मौजूदगी में दलित महिलाओं और पुरुषों को पीटा गया।
आश्चर्य की बात यह रही कि पीटने वाले असलहे के साथ आए मार पीट में महिला का सर फट गया और पुलिस वाले खड़े तमाशा देखते रहे।
पीड़ितों ने पुलिस को दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा कि दबंगों की दबंगई कितनी ज्यादा है। कि पुलिस भी उन्ही की तरफदारी करती रही।
महिला लक्ष्मी ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं लक्ष्मी ने कहा कि हम पूरा दिन क्षेत्राधिकारी डुमरियागंज के कार्यालय पर बैठे रहे लेकिन हम लोग की कोई सुनवाई नहीं हो रही है बल्कि पुलिस ने उल्टा हम लोगों पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया। सारे नेता और पुलिस अधिकारी सब उन्हीं की तरफ हैं।
हम अपने बच्चों को लेकर कहां जाएं।अब हम आत्महत्या कर लेंगे क्योंकि 6 महीने से यह मामला चल रहा है।
कुछ दिन पहले भी सोशल मीडिया पर आरोपी लोगों का इसी घर की महिला से मार पीट का वीडियो वायरल हुआ था यदि प्रशासन दलितों के हक में मजबूती से खड़ा हुआ होता तो शायद आज यह घटना घटित नहीं होती।
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