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Kapilvastupost
उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर जनपद के इटवा स्थित शर्मा होम्योपैथिक चिकित्सालय एंड रिसर्च सेंटर ने चिकित्सा क्षेत्र में एक और मील का पत्थर छू लिया है। इस प्रतिष्ठित क्लीनिक को अब नेशनल एक्रीडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स एंड हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स (NABH) की मान्यता प्राप्त हो गई है। यह मान्यता भारत में अस्पतालों की गुणवत्ता का सर्वोच्च बेंचमार्क मानी जाती है, जो गुणवत्ता परिषद (QCI) के अधीन काम करता है।
यह सम्मान उन चिकित्सा संस्थानों को दिया जाता है, जो राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं, मानवीय संवेदना और उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करते हैं।
डॉ. भास्कर शर्मा – एक प्रेरणास्पद व्यक्तित्व
इस उपलब्धि के पीछे हैं देश-विदेश में होम्योपैथिक चिकित्सा का परचम लहराने वाले डॉ. भास्कर शर्मा। होम्योपैथी के इस स्तंभ ने सैकड़ों पुरस्कार अपने नाम किए हैं और चिकित्सा विज्ञान पर सैकड़ों पुस्तकें लिखकर शोध की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है।
इटवा में स्थित उनका यह अस्पताल न सिर्फ जिले के, बल्कि देश के कोने-कोने से आने वाले मरीजों को नई आशा और विश्वास के साथ चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रहा है। NABH की मान्यता मिलने से यह स्पष्ट हो गया है कि यह संस्थान अब राष्ट्रीय मानकों पर भी खरा उतरता है।
जनपदवासियों के लिए गर्व का क्षण
यह उपलब्धि सिर्फ डॉ. शर्मा या उनके क्लीनिक की नहीं, बल्कि पूरे सिद्धार्थ नगर जनपद के लिए एक गर्व का क्षण है। एक छोटे से कस्बे से उठकर राष्ट्रीय मंच पर पहचान बनाना, अपने आप में प्रेरणादायक है।
डॉ. शर्मा ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने मरीजों, शुभचिंतकों और पूरी टीम को दिया है और आभार व्यक्त करते हुए कहा, “आप सभी की शुभकामनाओं और विश्वास के कारण ही यह संभव हो पाया है। हम आगे भी समर्पित भाव से चिकित्सा सेवा में लगे रहेंगे।
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