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आम आदमी का स्कूल” कहे जाने वाले पी.पी.एस. में दिखा शिक्षा और संस्कृति का अद्भुत संगम
Nizam Ansari
खुनुवां बाइपास रोड पर स्थित चौधरी मैरिज हाल का प्रांगण शनिवार की शाम रंग-बिरंगे परिधानों, रचनात्मक प्रस्तुतियों और गगनभेदी तालियों से गूंज उठा, जब पी.पी.एस. स्कूल ने अपने दो दिवसीय वार्षिकोत्सव का भव्य शुभारंभ किया। आम आदमी का स्कूल कहे जाने वाले पी.पी.एस. में बच्चों की प्रतिभा ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि संसाधनों की सीमाएं हों या मंच की, प्रतिभा कभी रुकी नहीं जाती।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण, दीप प्रज्वलन और पूजा-अर्चना के साथ हुआ। मुख्य अतिथि सांसद जगदंबिका पाल एवं विशिष्ट अतिथि सभासद राजकुमार मोदनवाल व अभय प्रताप सिंह ने बच्चों के उत्साह और विद्यालय के प्रयासों की सराहना की।
प्रबंधक पाटेश्वरी प्रसाद श्रीवास्तव ने कहा, “बच्चों की छुपी हुई प्रतिभा को सामने लाने के लिए मंच आवश्यक है। हमारा प्रयास हमेशा यही रहेगा कि पी.पी.एस. के मंच से हर बच्चा अपनी पहचान बना सके। स्कूल का हर वार्षिकोत्सव एक अवसर होता है बच्चों के सपनों को उड़ान देने का।”
प्रधानाचार्य सूर्यकांत उपाध्याय के नेतृत्व में छात्र-छात्राओं ने सरस्वती वंदना, स्वागत गीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से मंच पर ऐसा समां बांधा कि उपस्थित जनसमूह मंत्रमुग्ध हो गया।
एंकर इमरान ने अपनी सधी हुई और प्रभावशाली एंकरिंग से पूरे कार्यक्रम को बांधे रखा। कार्यक्रम प्रभारी संदीप ने कहा, “हमारे यहां ‘अतिथि देवो भव’ की परंपरा जीवित है और बच्चों के माध्यम से उसे हम हर साल मंच पर उतारते हैं।”
इस अवसर पर विद्यालय अध्यक्ष कृष्णदेव मिश्रा, संरक्षक राम अचल श्रीवास्तव, सांसद प्रभारी सूर्य प्रकाश पांडेय उर्फ पहलवान, विजय पांडेय, रिंकू पाल, रामकेश पांडेय, मुरारी सिंह, सतीश मिश्र, राजकुमार मोदनवाल, अभय प्रताप सिंह, दीपक कौशल, रामू साहनी, अमरनाथ दूबे, पिंटू पासवान सहित विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं, अभिभावकगण व सैकड़ों की संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
पी.पी.एस. स्कूल, जिसे स्थानीय लोग “आम आदमी का स्कूल” कहकर सम्मानित करते हैं, ने एक बार फिर यह प्रमाणित कर दिया कि सादगी और समर्पण के साथ शिक्षा और संस्कृति का अद्वितीय संगम संभव है।
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