विश्व धरोहर दिवस : सिद्धार्थ विश्वविद्यालय द्वारा हैरिटेज वॉक का हुआ आयोजन
निज़ाम अंसारी
सिद्धार्थनगर। प्राचीन इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग, सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर द्वारा सोमवार को विश्व धरोहर दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय परिसर से पिपरहवा कपिलवस्तु स्तूप तक एक हैरिटेज वॉक का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में छात्र / छात्राओं ने भाग लिया।
उन्हें भारत के गौरवशैली धरोहरों के ऐतिहासिक महत्व के प्रति जागरूक किया गया। विद्यार्थियों ने अपने हाथों में धरोहरों की संरक्षा और उनके महत्व सम्बंधित विभिन्न पोस्टर , हैन्डबिल, बैनर के माध्यम से जनजागरण भी किया । इस अवसर पर प्राचीन इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग की विभागाध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक डॉ नीता यादव ने विद्यार्थियों को कपिलवस्तु के ऐतिहासिक महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ऐतिहासिक दृष्टि से भारत दुनिया का अग्रणी देश है।
भारत के ऐतिहासिक सम्पदा में भगवान गौतमबुद्ध से सम्बंधित स्थलों का भी महत्वपूर्ण स्थान है। इस प्रकार के सभी स्थान हमारी संस्कृति और संस्कार का न केवल अभिव्यक्ति करते है अपितु आने वाली पीढ़ी के लिये मार्गदर्शक की भूमिका का निर्वहन भी करतें है। हमे अपने इन सभी ऐतिहासिक महत्व के स्थलों की संरक्षा करने के लिए सतत जागरूक रहना चाहिए।
इस अवसर पर हैरिटेज वॉक में राजकीय संग्रहालय, कपिलवस्तु के एएसआई अधिकारी विकास सिंह ने सभी को पिपरहवा के बौद्ध स्तूप के पुरातात्विक महत्व के विषय में बताते हुए कहा कि यह स्तूप भगवान बुद्ध के धातु अवशेषों पर बने आठ मूल स्तूपों में से एक है । इसे शाक्यों ने बनवाया था । यहाँ के उत्खनन से यह ज्ञात हुआ कि मुख्य प्राचीन कपिलवस्तु यही था ।
इस हैरिटेज वॉक में डॉ. सचिदानंद चौबे, डॉ. अमित साहनी, जय सिंह यादव तथा कार्यक्रम सचिव डॉ. शरदेन्दु कुमार त्रिपाठी एवं डॉ. वंदना गुप्ता उपस्थित रहीं।