सिद्धार्थनगर | पथरा थाना क्षेत्र
अवैध खनन की अंधी दौड़ अब जानलेवा बनती जा रही है। ताजा मामला पथरा थाना क्षेत्र के लौकिया गांव से सामने आया है, जहां रविवार तड़के घर से निकले राजेश (40) का शव कुछ ही देर बाद मिट्टी के नीचे दबा मिला। शव गाँव में ही बन रहे एक नए मकान की खुदाई वाली जगह से बरामद हुआ, जिससे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
राजेश पुत्र खजांची, जो पांच बच्चों के पिता थे, रविवार सुबह घर से निकले थे, लेकिन काफी देर बाद जब उनका कोई अता-पता नहीं चला तो खोजबीन शुरू हुई। इसी दौरान गांव के एक निर्माणाधीन मकान की खुदाई में उनका शव मिट्टी के नीचे से बरामद हुआ।
प्रथम दृष्टया संदेहास्पद मौत
शव जिस स्थिति में मिला, उसने कई सवाल खड़े कर दिए—अगर यह मौत सामान्य थी तो शव मिट्टी के नीचे कैसे पहुँचा? क्या किसी ने राजेश की हत्या कर शव को छुपाने के लिए मिट्टी में दबा दिया?
स्थानीय लोगों का दावा है कि क्षेत्र में अवैध खनन का कारोबार रात से सुबह तक धड़ल्ले से चलता है। मड लोडर और जेसीबी के ज़रिए खुलेआम मिट्टी की खुदाई होती है और किसी भी प्रकार की रोक-टोक नहीं है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि खनन माफिया का राजेश की मौत में सीधा हाथ हो सकता है।
मृतक के भाई की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज
पुलिस को सूचना मिलने पर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। वहीं, मृतक के भाई की तहरीर पर तीन लोगों के खिलाफ हत्या कर शव छिपाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पथरा थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
डुमरियागंज, बांसी समेत सिद्धार्थनगर के अधिकांश इलाकों में रात के अंधेरे में अवैध खनन जोरों पर है। लेकिन स्थानीय प्रशासन की निष्क्रियता और माफियाओं की हिम्मत से यह स्पष्ट होता है कि या तो प्रशासन जानबूझ कर अनदेखी कर रहा है या फिर दबाव में है।
अब देखना यह है कि क्या राजेश की मौत को प्रशासन महज हादसा मानकर फाइल बंद कर देगा या फिर अवैध खनन पर लगाम लगाने की दिशा में कोई ठोस कदम उठाएगा..?