मेडिकल कॉलेज में मरीजों से बदसलूकी बर्दाश्त नहीं : डॉ. मोहन , डॉक्टर, नर्स और स्टाफ को जिम्मेदारी से कार्य करने का निर्देश, मरीजों को मिलेगी बेहतर सुविधा
सिद्धार्थनगर।
मरीजों के साथ किसी भी प्रकार की लापरवाही या बदसलूकी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह बात मेडिकल कॉलेज सिद्धार्थनगर के प्राचार्य डॉ. मोहन ने मेडिकल स्टाफ, डॉक्टरों और नर्सों को सख्त निर्देश देते हुए कही। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में आने वाले हर मरीज के साथ अच्छा व्यवहार होना चाहिए। मरीज मदद मांगने आते हैं, इसलिए हर जिम्मेदार व्यक्ति को अपने कार्य और कर्तव्यों का पूरी निष्ठा से निर्वहन करना होगा।
डॉ. मोहन ने कहा कि मेडिकल कॉलेज की विश्वसनीयता बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। अगर हम सभी अच्छा व्यवहार और सेवा भाव रखेंगे, तो सिद्धार्थनगर का नाम रोशन होगा। साथ ही, सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर लोगों का विश्वास भी बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि अस्पताल में अगर मरीजों को किसी तरह की समस्या होती है या इलाज के दौरान कोई परेशानी आती है, तो संबंधित अधिकारी तत्काल कार्रवाई करें। मरीजों के साथ किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार या लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
डॉ. मोहन ने इमरजेंसी विभाग को भी निर्देशित किया कि इमरजेंसी की स्थिति में हर मरीज़ को तुरंत प्राथमिकता दी जाए और इलाज में कोई देरी न हो। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में मरीजों के लिए एंबुलेंस सहित सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इनका समुचित उपयोग सुनिश्चित किया जाए ताकि मरीजों को समय से सुविधा मिल सके।
अंत में उन्होंने कहा कि सभी डॉक्टर, नर्स और अन्य कर्मी अपने कार्य के प्रति संवेदनशील रहें और मरीजों के हित को सर्वोपरि मानते हुए कार्य करें।