सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में विश्व जनसंख्या दिवस पर आयोजित हुई संगोष्ठी
कार्यक्रम में विश्व में बढ़ती आबादी को एक बड़ी समस्या बताते हुए इससे उपजे विश्व खाद्यान्न संकट से छात्रों को भी परिचित कराया गया।
kapilvastupost reporter
सिद्धार्थनगर। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु, सिद्धार्थनगर में अंग्रेजी विभाग द्वारा विश्व जनसंख्या दिवस पर सोमवार को जनसंख्या विस्फोट एवं खाद्यान्न सुरक्षा विषयक संगोष्ठी का आयोजन कला संकाय के सभागार में किया गया। कार्यक्रम में विश्व में बढ़ती आबादी को एक बड़ी समस्या बताते हुए इससे उपजे विश्व खाद्यान्न संकट से छात्रों को भी परिचित कराया गया। उक्त अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर हरीश शर्मा अधिष्ठाता कला संकाय ने अपने वक्तव्य में कहा कि जनसंख्या की वृद्धि दर उपलब्ध संसाधनों की वृद्धि दर से जब अधिक होती है तो उसे जनसंख्या विस्फोट कहा जाता है। लोक प्रशासन विभाग के डॉक्टर रवि कांत शुक्ला ने प्रसिद्ध समाजशास्त्री नोटेस्टीन व थॉम्पसन का उल्लेख करते हुए बताया कि जब जनसंख्या में 2% से अधिक वार्षिक वृद्धि दर हो तो यह एक विकराल समस्या बन जाती है। यह प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह जनसंख्या को नियंत्रित करने के प्रति अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित करे। प्रारंभ में विषय प्रवर्तन करते हुए अंग्रेजी विभाग के प्रभारी डॉक्टर ह्रदय कांत पांडेय ने टी आर माल्थस को उद्धृत करते हुए कहा कि जनसंख्या में गुणोत्तर अनुपात से वृद्धि हो रही है। तात्पर्य यह कि यह वृद्धि 1,2,4,8,16 की तरह से हो रही है जबकि खाद्यान्न की उपलब्धता अंकगणितीय अनुपात 1,2,3,4,5 के अनुपात में हो रही है ।अपने अध्यक्षीय संबोधन में लोक प्रशासन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ सुनीता त्रिपाठी ने जनसंख्या विस्फोट को वैश्विक समस्या बताते हुए उसे नियंत्रित करने हेतु कानून बनाए जाने पर बल दिया। प्राचीन इतिहास विभाग के अध्यक्ष डॉ सच्चिदानंद चौबे ने अपने उद्बोधन में कहा कि जनसंख्या वृद्धि ने हमेशा ही असंतुलन की स्थिति पैदा की है जिसने इतिहास को प्रभावित किया है। कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ रेनू त्रिपाठी ने किया।राजनीति विज्ञान विभाग की डॉक्टर सरिता सिंह तथा इतिहास विभाग की डॉ वंदना गुप्ता ने भी अपने बहुमूल्य विचार व्यक्त किए। धन्यवाद ज्ञापन डॉ प्रदीप कुमार पांडेय ने किया। कार्यक्रम में डॉ अविनाश प्रताप सिंह सहित कई अन्य शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही।