मानव तस्कर के चंगुल से एक युवती को एस एस बी और मानव सेवा संस्थान के द्वारा बचाया गया
अभिषेक शुक्ला शोहरतगढ़/सिद्धार्थ नगर
43वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल सीमा चौकी खुनुवा के जवानों व मानव सेवा संस्थान के वालंटियर सोनम मोदनवाल, किरन व सहायक उपनिरीक्षक दिपांकर मंडल, आरक्षी/सामान्य मुश्ताक अहमद दार,आरक्षी/ सामान्य ज्ञानेश्वर नारायण पाटिल व आरक्षी/ सामान्य नगेंद्र कुमार जो कि सीमा स्तंभ संख्या 556/53, चेक पोस्ट ड्यूटी पर तैनात थे एवं आने -जाने वाले नागरिकों से पूछ -ताछ व सामानों को चेक कर रहे थे तभी चेक पोस्ट पार्टी को सूचना मिली कि एक युवक जो लाल सर्ट एवं काला पैंट पहने हुए है और देखने में नाबालिक प्रतीत हो रहा है, लड़की जो नीलें रंग की कुर्ती और नीले रंग की जींस पहनी हुई है चेक पोस्ट के रास्ते भारत से नेपाल में दाखिल होने कि फिराक में है जो प्रथम दृष्टिया संदिग्ध प्रतीत हो रहे थे। कुछ समय के पश्चात एक युवक व नाबालिक लड़की चेक पोस्ट के नजदीक आए और मानव सेवा संस्थान ‘सेवा,एनजीओ के सदस्यों सोनम मोदनवाल, किरन कि मदद से उक्त दोनों को रोका गया और प्राथमिक पूछ -ताछ के दौरान नाबालिक लड़की ने अपना नाम कंचन पुत्री आंनद उम्र 17वर्ष (लगभग) स्थायी पता निवासी दरवा जिला मैनपुरी,उ०प्र०अस्थाई पता मंगोलपुरी खुर्द,(वाई) ब्लाक रोहिणी (नई दिल्ली) पिन कोड-110086बताई तथा साथी युवक से पूछताछ के दौरान युवक ने अपना नाम फैजल मोहम्मद पुत्र सफीम मोहम्मद उम्र 21 वर्ष (लगभग) निवासी गौरा बाजार,थाना चिल्हिया जिला -सिद्धार्थनगर उत्तर प्रदेश बताया उसके बाद नाबालिक लड़की और युवक से सीमा पार होने का कारण पूछा गया तो उक्त दोनों के द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया ।पूछताछ के दौरान मामला संदेहास्पद प्रतीत हुआ ‘व’ इसकी सूचना एचटीयू सशस्त्र सीमा बल 66वीं वाहिनी व एएचटीयू सिद्धार्थ नगर को दिया गया। सूचना उपरांत दोनों टीमें मौके पर पहुंची और दोनों को अलग -अलग कर पूछताछ करना आरंभ किया।फैजल ने बताया कि उक्त नाबालिक लड़की के साथ उसके घर में किराए पर रहता था और उसे लगभग 8 महीने से जानता हूं लड़की के घर वालों को बिना बताए मंगोलपुरी खुर्द ,वाई ब्लॉक जिला -रोहिणी नई दिल्ली ,पिन 110086से झांसा देकर अपनी बुआ के घर नेपाल पता अज्ञात साथ लेकर जा रहा था लड़की ने बताया कि फैजल मुझे घुमाने के लिए लेकर आया था और नेपाल जाने की बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं और मुझे मेरे घर वालों के पास भेज दिया जाए मैं इसके साथ नहीं रहना चाहती गहन पूछताछ से ज्ञात होता है कि
यह लड़की मानव तस्करी की शिकार हो सकती है। त्वरित कार्यवाही के उपरांत उक्त नाबालिक लड़की को मानव तस्कर के चंगुल से बचाया गया।उपरोक्त संपूर्ण कार्यवाही में माननीय सर्वोच्च न्यायालय तथा मानवाधिकार आयोग के तमाम दिशा निर्देशों का क्रमशः पालन करते हुए लड़की नाम कंचन तथा युवक नाम फैजल को सही सलामत एएचटीयू सशस्त्र सीमा बल, मानव सेवा संस्थान ‘सेवा’एनजीओ कि उपस्थिति में अग्रिम कार्यवाही हेतु एएचटीयू उत्तर प्रदेश पुलिस सिद्धार्थ नगर को सौप दिया गया।इस दौरान चेक पोस्ट पार्टी
सहायक उपनिरीक्षक दीपांकर मंडल,आ/सा- मुस्ताक अहमद दार,आ./सा.ज्ञानेश्रवर नारायण पाटिल,आ./सा.नागेंद कुमार,एचटीयू एसएसबी 66व़ी वाहिनी निरीक्षक स.विपण शर्मा, स.उप.नि.स.-परितोष सिन्हा,
आ.महिला -प्रीति साहू , आ.महिला -कृति देवी, मानव सेवा संस्थान ‘सेवा’एनजीओ के प्रमोद कुमार चौधरी,सोनम मोदनवाल, किरन,एएचटीयू
सिद्धार्थ नगर निरीक्षक -बृजेश सिंह, आ.सा-गंगेश सिंह व सुपुर्दर्कर्त्ता सहायक कमांडेंट विक्रम सिंह आदि मौजूद रहे।