प्रशासन की लापरवाही से हुई चार लोगों की मौत – विनय वर्मा
निज़ाम अंसारी
शोहरतगह विधान सभा क्षेत्र के पचपेड़वा निवासी एक परिवार के 4 लोगों की मंगलवार को एक साथ बाढ़ में बह जाने से विधायक विनय वर्मा बहुत आहत हैं बुद्धवार को विधान सभा दौरे के दौरान पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उनको सांत्वना देते हुवे शोहरतगढ़ तहसील प्रशासन सहित अधीनस्थ कर्मचारियों पर जमकर भड़ास निकाली उन्होंने कहा पद पर बने रहना आफिस की कुर्सियां तोड़ना और है |
क्षेत्र में जाकर बाढ़ पीड़ितों को मदद पहुँचाना और है कोई काम नहीं करना चाहता है आज जब जनता को सबसे ज्यादा प्रशासनिक मदद की जरूरत है तो वह मूंह छुपा कर बैठे हुवे जब मन कहा एक चक्कर लगा लिया क्या चक्कर मारने से बाढ़ पीड़ितों का भला होगा आज जनता चारों ओर त्राहिमाम त्राहिमाम कर रही है उन तक मदद कब पहुँचेगी । आज हमारे अधिकारी कर्मचारी अपना कर्तव्य निभाते तो 4 लोगों की जान बचाई जा सकती थी।
विधायक अपने शोहरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र के गुलरगेजवा, पकडड़िहवा, रेकहट में बाढ़ से प्रभावित इलाक़ों का दौरा किया। नाव में सवार होकर अपने सहयोगियों के साथ बाढ़ से प्रभावित इलाकों में बाढ़ के पानी से उत्पन्न समस्याओं को समझते हुवे कई जगह बाढ़ के कारण फंसे लोगों को सहायता देकर सुरक्षित स्थान तक पहुँचाया और उनको हर संभव मदद पहुँचाने हेतु आवश्यक सभी पहलुओं पर गंभीरता से विचार-विमर्श किया।
निरीक्षण के दौरान मीडिया से कहा कि शासन और प्रशासन स्तर पर जो भी उच्च अधिकारी हैं उनको उनके नीचे के अधिकारियों द्वारा बाढ़ की मौजूदा भयावह स्थिति के बारे में अधूरी और ग़लत जानकारी दी जा रही है जिससे वो इसे हल्के में ले रहे हैं। एक जनप्रतिनिधि होने के नाते मैं महिनों से इन स्थितियों के बारे में जिलाधिकारी, पुलिस कप्तान व अन्य अधिकारियों को सूचित करता आ रहा हूँ। जिस बात की चिंता थी वही हुई और हमारे विधानसभा क्षेत्र में बाढ़ के कारण चार लोगों की जान चली गई।
उन्होंने अधिकारियों के संज्ञान हेतु मृतकों का विवरण सांझा कर रहा हूँ ताकि उनको सही मायनों में हालात का पता चले।
दिनांक 11.10.2022 समय शाम 05.30 बजे श्री नरेन्द्र पुत्र सुदामा ऊम्र-32 वर्ष अपनी पत्नी राजमती व अपनें दो बच्चों क्रमशः (1) अनुष्का पुत्री नरेन्द्र उम्र-04 वर्ष (2) अनामिका पुत्री नरेन्द्र उम्र-02 वर्ष निवासी ग्राम पचपेड़वा थाना कठेला समयमाता जनपद सिद्धार्थनगर अपने ससुराल (नेपाल) से अपने घर रिक्शे से जा रहा था।
रास्ते में थाना ढेबरुआ क्षेत्रांतर्गत ढेबरुआ–इटवा मार्ग बिगौआ नाला सड़क के ऊपर से बाढ के पानी का तेज बहाव होने के कारण असंतुलित होकर पानी में गिर गए जिससे चारो लोग पानी में बह गए जिनकी तलाश की जा रही है । यह घटना हृदयविदारक है। ढ़ेबरुआ प्रशासन व थानाध्यक्ष की लापरवाही से चार लोगों की जान चली गई। उनके द्वारा वक्त रहते उक्त मार्ग का निरीक्षण कर एहतियातन सुरक्षा व्यवस्था की गई होती तो वो परिवार आज हमसबों क बीच होता।