ब्रिटेन के पी एम बने ऋषि सुनक , उनकी पत्नी अक्षता है इंफोसिस के को फाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी

मीडिया रिपोर्ट्स


लंदन( एजेंसी) । ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने एक आश्चर्यजनक कदम उठाते हुए रविवार को घोषणा की कि वह कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व की दौड़ में नहीं उतरेंगे और सबसे आगें चल रहे ऋषि सुनक ब्रिटेन के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री चुने जाने के करीब पहुंच गए हैं। जॉनसन (55) ने दावा किया कि उन्होंने 100 सांसदों की सीमा पार कर ली हैं, लेकिन टोरी ( कंजरवेटिव ) पार्टी की एकता के हित में उन्होंने आगे नहीं बढ़ने का फैसला किया।

बता दें कि ऋषि भारतवंशी हैं। उनका जन्म भले ब्रिटेन में हुआ लेकिन उनकी जड़ें हिंदुस्तान से जुड़ी हुई हैं। सुनक के दादा दादी का जन्म भारत में ही हुआ था। बाद में वो पूर्वी अफिका चलें गए। मीडिया को मिली जानकारी के मुताबिक अक्षता मूर्ति 42 साल की हैं । वे इंफोसिस में करीब एक बिलियन डॉलर के शेयर हैं। जिसकी कीमत करीब 76000 करोड़ रुपए के आसपास है। जिसके कारण वे ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से कहीं ज्यादा अमीर हैं। ऋषि सुनक जब स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एमबीए की पढ़ाई कर रहे थे, तभी उनकी मुलाकात इन्फोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता से हुई थी। इसके बाद दोनों में दोस्ती हो गई और 2009 में इन्होंने शादी करने का फैसला कर लिया।

ऋषि सुनक और अक्षता की दो बेटियां कृष्णा और अनुष्का हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक अभी ब्रिटेन की महारानी के पास 460 मिलियन डॉलर की ही संपत्ति है। इस हिसाब से अक्षता मूर्ति ब्रिटेन की महारानी से भी दी गुना ज्यादा अमीर हैं। ऋषि सुनक और अक्षता के पास कम से कम चार संपत्तियां हैं, जिनमें लंदन के अपस्केल केंसिंग्टन में 7 मिलियन पाउंड का पांच बेडरूम का घर और कैलिफोर्निया के सेंटा मोनिका में एक फ्लैट भी शामिल है। बता दें कि अक्षता मूर्ति वेंचर कैपिटल कंपनी कैटामारन वेंचर्स की भी डायरेक्टर हैं, जिसकी स्थापना उन्होंने 2005 में सुनक के साथ की थी । पूर्व निवेश बैंकर और ऑक्सफोर्ड तंथा स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के स्नातक ऋषि सुनक 205 में यॉर्कशायर के टोरी गढ़ रिचमंड से संसद सदस्य चुने गए थे और फिर वह जल्द ही कनिष्ठ मंत्री से वित्त मंत्री के पद तक पहुंच गए। पिछले महीने, ब्रिटेन की तत्कालीन विदेश मंत्री लिज ट्रस ने भारतीय मूल के पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक को कंजरवेटिव पार्टी नेतृत्व के लिए मुकाबले में हराकर प्रधानमंत्री के तौर पर बोरिस जॉनसन का स्थान लिया था। तब ट्स को 57.4 प्रतिशत और सुनक को 42.6 प्रतिशत मत मिले थे। प्रधानमंत्री पद की दौड़ के लिए लगभग आठ सप्ताह तक चले चुनाव अभियान के दौरान ऋषि सुनक ने कहा था, हम जानते हैं कि ब्रिटेन- भारत संबंध महत्वपूर्ण हैं। हम अपने दोनों देशों के बीच जीवंत सेतु का प्रतिनिधित्व करते हैं।

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