राष्ट्रीय अखंडता दिवस के रूप में सरदार बल्लभ भाई पटेल का जयंती समारोह मनाया गया
भारत के लौह पुरुष एक साधारण किसान थे व्यक्ति ज़हक भी है जैसे भी है वहीं।से देश सेवा कर सकता है कोई बॉर्डर पर सीने पर गोलियां खाकर कोई तो कोई अपनी ड्यूटी सही तरीके से करके देश की एकता अखंडता को बचाये रख सकता है – विनय वर्मा
निज़ाम अंसारी
राष्ट्रीय एकीकरण अनुभाग उ०प्र० शासन के तत्वधान में जिला एकीकरण समिति सिद्धार्थनगर द्वारा आज विकास भवन सभाकक्ष में लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी के जन्मदिवस को राष्ट्रीय अखण्डता दिवस’ के रूप में मनाया गया। इस दौरान विधायक विनय वर्मा ने सरदार पटेल जी के चित्र पर माल्यार्पण कर कहा सरदार बल्लभ भाई पटेल के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा करते हुवे उनके जीवन पा प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल अपनी दृढ़ता के लिए प्रसिद्ध थे, नेतृत्व ग्रहण करने की क्षमता के कारण उन्हें सरदार और दृढ़ता के कारण उन्हें लौह पुरुष की संज्ञा दी गई है। सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 ईस्वी को गुजरात में हुआ था इनके पिता का नाम जेवर भाई था जो कुर्मी जाति के थे और एक साधारण कोटि के किसान थे। सरदार जी की सबसे बड़ी सेवा देश का राजनीतिक एकीकरण है।
इन्होंने देशी राज्यों के एकीकरण में अपनी नेतृत्व क्षमता एवं दूरदर्शिता का अभूतपूर्व परिचय दिया।14 दिसंबर 1950 ईस्वी को इनका देहान्त हो गया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जयेन्द्र कुमार ने फूल देकर स्वागत सम्मान किया एवं सभी जनप्रतिनिधियों ने राष्ट्रीय एकता दिवस का शपथ लिया। इस मौके पर डुमरियागंज के सांसद जगदंबिका पाल , जिला पंचायत प्रतिनिधि उपेन्द्र सिंह , एस एस बी जवानों के साथ ही जिले के सभी पदाधिकारियों की उपस्थिति रही।
वहीं एक अन्य कार्यक्रम के दौरान पी डब्लू डी रेस्ट हाऊस जिला मुख्यालय में अखण्ड भारत के शिल्पी भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती समारोह मनायी गई, बतौर मुख्य अतिथि डांo पी सी पटेल व शोहरातगढ़ विधायक विनय वर्मा सहित उपस्थित सभी लोगों ने सरदार पटेल जी के चित्र पर माल्यर्पण कर उन्हें नमन किया ।
कार्यक्रम में सभी पार्टी के सम्मानित कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने संबोधन में महापुरुषों की गाथा का बखान अपने -अपने शब्दों में किया। इस तरह के आयोजन से महापुरुषों को याद करके उनकी कृतियों का विश्लेषण हमें इतिहास के स्वर्णिम पल में ले जाता है।