मुख्य विकास अधिकारी द्वारा ग्राम पंचायत के निरीक्षण में पाई गई कमिया, सचिव रहे अनुपस्थित
जे पी गुप्ता
सिद्धार्थनगर। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा मंगलवार को विकास खण्ड-उसकाबाजार के ग्राम पंचायत-छितरापार में ग्राम की साफ-सफाई, प्राथमिक विद्यालय, पंचायत भवन, सामुदायिक शौचालय एवं व्यक्तिगत शौचालय तथा मनरेगा/राज्य वित्त आयोग से कराये गये कार्यो का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय खण्ड विकास अधिकारी, उसकाबाजार, ग्राम प्रधान-छितरापार एवं ग्रामवासी उपस्थित रहे। निरीक्षण में ग्राम पंचायत में साफ-सफाई की स्थिति अत्यन्त खराब पायी गयी। प्राथमिक विद्यालय, पूर्व माध्यमिक विद्यालय परिसर एवं उसके चारों तरफ अत्याधिक गन्दगी मिली। ग्राम पंचायत के 02 राजस्व ग्राम है। जिसके सापेक्ष 02 सफाई कर्मी तैनात है, परन्तु सफाई कर्मियों द्वारा नियमित साफ-सफाई नही की जा रही है। खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया कि सफाई कर्मी के विरूद्ध कार्यवाही कराते हुए रोस्टर बनाकर दोनों टोलो का नियमित साफ-सफाई कराना सुनिश्चित करें।
ग्राम में पंचायत भवन निर्माणधीन था, परन्तु निर्माण कार्य की गुणवत्ता खराब पायी गयी। भवन का कुछ दिवाल खराब थी, जिसे टोड कर गुणवत्ता पूर्वक निर्माण कराने के निर्देश दिये गये। विद्यालय की स्थिति अत्यन्त खराब पायी गयी। चारों तरफ गन्दगी मिली। शौचालय एवं हैण्डवाश यूनिट में पानी का कनेक्शन नही कराया गया। एक ही कक्षा कक्ष में 6 से 8 तक बच्चों की कक्षा संचालित है। प्रधानाध्यापक द्वारा बताया गया कि एक ही अध्यापक होने के कारण एक ही कक्ष में तीनों कक्षा संचालित है। खण्ड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि तत्काल विद्यालय का भ्रमण कर कमियों को ठीक करावें।
ग्रामवासियों द्वारा बताया कि ग्राम में 537 व्यक्तिगत शौचालय स्वीकृत है, परन्तु अधिकांश शौचालय का निर्माण नही कराया गया। जिनके पास पूर्व से अपना शौचालय था, उनके नाम पर शौचालय का धन निकाल लिया गया। ऐसे कुछ लाभार्थियों का स्थलीय सत्यापन किया गया। जिसमे धर्मेन्द्र कुमार, सर्वेन्द्र कुमार का शौचालय उनके द्वारा पूर्व से बनाया गया। पूर्व ग्राम प्रधान एवं ग्राम सचिव द्वारा उनके नाम पर धनराशि निकालकर बन्दरबाट किया गया। ग्राम में स्वीकृत सभी व्यक्तिगत शौचालय की जॉच हेतु जिला द्विव्यांग कल्याण अधिकारी व नोडल अधिकारी, वि0ख0-उसकाबाजार एवं जिला समन्वयक, पंचायती राज विभाग की संयुक्त समिति गठितकर कराया जा रहा है।
ग्राम प्रधान एवं ग्रामवासियों द्वारा बताया गया कि मनरेगा योजना से कोई कार्य नही कराया गया। निरीक्षण के समय ग्राम सचिव अनुपस्थित पाये गये। निर्देशित किया गया कि सचिव का आज वेतन रोकते हुए निरीक्षण में पायी गयी कमियों के सम्बन्ध में कार्यवाही प्रस्तावित करें।