मेडिकल कालेज में भ्रष्टाचार के खिलाफ विहिम ने दिया ज्ञापन
kapilvastupost reporter
सिद्धार्थनगर। माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कालेज सिद्धार्थनगर में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ एवं सुविधाओं को बढ़ाने को लेकर विश्व हिन्दू महासंघ सिद्धार्थनगर की इकाई ने जिला अध्यक्ष अधिवक्ता अखण्ड प्रताप सिंह के नेतृत्व में स्वास्थ्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को मुख्य चिकित्सा अधीक्षक/प्रिंसिपल मेडिकल कालेज के माध्यम से ज्ञापन देकर भ्रष्टाचरियों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराने एवं सुविधाओं को बहाल करने की मांग किया है।
सीएमएस/प्रिंसिपल को दिए गए ज्ञापन में विहिम द्वारा मांग किया गया है कि मेडिकल कालेज में व्यक्त भ्रस्टाचार से योगी सरकार की छवि धूमिल हो रही है, जिसका निराकरण किया जाना सख्त आवश्यक है। इमरजेंसी वार्ड के बाहर रिश्वत लेने वाले कर्मचारी के विरुद्ध भ्रष्टाचार का मुकदमा पंजीकृत कराया जाय। मेडिकल कालेज के समस्त स्टाफ एवं चिकित्सक निजी स्वार्थ के लिए मुफ्त में केमिस्टो के आवास में रह रहे हैं, वे तत्काल उन प्राइवेट अस्पतालों एव आवास को छोड़ दे, क्योंकि इससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है तथा जनता का शोषण हो रहा है।
मेडिकल कालेज की ओपीडी पीजीआई के तर्ज पर केवल स्टाफ एवं चिकित्सक की उपस्थिति में ही सन्चालित हो, दलालों को पूर्णतः वर्जित किया जाय। तत्काल आईसीयू एवं अन्य इमरजेंसी सुविधाएं सभी मरीजों को उपलब्ध कराया जाय, जिससे जन सामान्य की सुविधा पूर्वक चिकित्सा हो सके। ज्ञापन देने के दौरान प्रिंसिपल/मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एके झा ने बताया कि सिटी स्कैन की सुविधा सेवा प्रदाता के माध्यम से है, जो सिर्फ दिन में सर्विस देने को तैयार है।
एक्सरे, पैथोलॉजी तथा ब्लड बैंक की सुविधा चौबीस घण्टे उपलब्ध है तथा ईसीजी जरूरत पड़ने पर सुविधा मुहैय्या होती है। ज्ञापन देने वालो में मुख्य रूप से विहिम के जिला अध्यक्ष अधविक्ता अखण्ड प्रताप सिंह, धर्माचार्य प्रमुख अधिवक्ता कृपा शंकर त्रिपाठी, विहिम महामन्त्री जय प्रकाश, अधिवक्ता रमेश पाण्डेय, प्रधान महेंद्र यादव सहित विश्व हिन्दू महासंघ के कार्यकर्ता शामिल रहे।