हर माह की 15 तारीख को स्वास्थ्य इकाइयों पर मनेगा निक्षय दिवस

👍प्रदेश में 5.5 लाख व जिले की 32 सौ टीबी मरीजों की अधिसूचना का लक्ष्य

👍15 तारीख को अवकाश होने पर अगले दिन मनेगा दिवस

kapilvastupost reporter

सिद्धार्थनगर। देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प को साकार करने के उद्देश्य से नित नए कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। इसी क्रम में अब निर्णय लिया गया है कि टीबी मरीजों की शीघ्र पहचान कर गुणवत्तापूर्ण इलाज और योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए हर माह की 15 तारीख को प्रदेश की स्वास्थ्य इकाइयों पर निक्षय दिवस मनाया जाएगा। किसी भी महीने में 15 तारीख को अवकाश की स्थिति में निक्षय दिवस अगले कार्य दिवस पर मनाया जाएगा। यह अधिसूचना प्रदेश के 5.5 लाख व जिले की 32 सौ टीबी मरीजों के लिए जारी किया गया है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने इस बारे में सीएमओ को पत्र भेजा है। इसके माध्यम से उन्होंने अवगत कराया है कि टीबी एक प्रमुख सामाजिक समस्या है। भारत विश्व के 20 फीसद रोगियों के साथ सबसे अधिक टीबी ग्रसित व्यक्तियों का देश है। प्रदेश में क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 5.5 लाख अधिसूचना का लक्ष्य केंद्र सरकार द्वारा तय किया गया है ।

इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए ही प्रदेश की स्वास्थ्य इकाइयों पर सामूहिक प्रयास की जरूरत है। सेंट्रल टीबी डिविजन के निर्देशों के अनुक्रम में क्षय रोगियों के पूर्ण स्वस्थ होने के लिए गुणवत्तापूर्ण सुविधा मुहैया कराने के लिए प्रदेश के समस्त जनपदों में हर माह की 15 तारीख को सभी जनपद एवं ब्लाक स्तरीय पीएचसी और आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर निक्षय दिवस मनाया जाएगा।

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. डीके चौधरी ने बताया कि निक्षय दिवस से पहले आशा कार्यकर्ता गृह भ्रमण कर टीबी के बारे में और दिवस के आयोजन के बारे में समुदाय को जागरूक करेंगी। स्वास्थ्य इकाइयों पर एलईडी के जरिए टीबी के बारे में जागरूकता सम्बन्धी फिल्म भी प्रसारित की जाएगी। निक्षय दिवस की उपलब्धियों को सोशल मीडिया पर भी प्रदर्शित किया जाएगा।

आशा कार्यकर्ता संभावित टीबी मरीजों की सूची तैयार कर उन्हें हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर तक लाने का कार्य करेंगी। इस दौरान कम्युनिटी हेल्थ आफिसर (सीएचओ) द्वारा मरीजों की प्रारम्भिक जांच, उपलब्धता के आधार पर एचआईवी व डायबिटीज की जांच सुनिश्चित की जायेगी। इसके अलावा बलगम का नमूना लिया जायेगा और उसे निक्षय पोर्टल पर प्रिजमिटिव आईडी बनाते हुए नजदीकी टीबी जांच केंद्र पर भेजा जाएगा। निक्षय दिवस पर ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या के सापेक्ष 10 प्रतिशत मरीजों की बलगम जांच सुनिश्चित की जायेगी |


👍इन बिन्दुओं पर होगा खास ध्यान

संभावित टीबी मरीजों की सूची के अनुसार एचआईवी-डायबिटीज की भी जांच। बलगम के नमूने लेने के लिए कफ कार्नर बनेंगे। क्षय रोगियों के लिए हर जरूरी दवाएं मुफ्त उपलब्ध हों।
टीबी की जांच, उपचार के बारे में परामर्श की व्यवस्था।
हर माह की 16 तारीख को निक्षय दिवस के समस्त कार्यों की समीक्षा व प्रकरण का निस्तारण।

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👍 क्षय रोग के प्रमुख लक्षण

दो सप्ताह या अधिक समय से खांसी होना ।
दो सप्ताह या अधिक समय से बुखार आना ।
वजन में कमी व भूख न लगना
बलगम से खून आना।

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