भारत का लोकतंत्र नेहरू के बलिदानों की नींव पर खड़ा है: अशोक कुमार पांडेय
kapilvastupost reporter
सिद्धार्थनगर। भारत का लोकतंत्र नेहरू के बलिदानों की नींव पर खड़ा है। उक्त बातें विख्यात लेखक अशोक कुमार पांडेय ने पण्डित जवाहरलाल नेहरू भारतीय चेतना के शिखर पुरूष विषयक व्याख्यान में बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर सभागार में कही।
वो युवा कांग्रेस सिद्धार्थनगर और जिलाध्यक्ष युवा कांग्रेस डॉ अरविन्द शुक्ला द्वारा आयोजित व्याखान में बोल रहे थे। उन्होने राज कौल से लेकर जवाहरलाल नेहरू तक नेहरु परिवार की उत्पत्ति एवं मोतीलाल नेहरु से जवाहरलाल नेहरु के भारत के स्वतन्त्रता संग्राम में योगदान के साथ ही जवाहरलाल नेहरु के भारत निर्माण की नीतियों और सोच पर विस्तार से बात की। कश्मीर सहित विभिन्न विवादित विषयों के बारे भी विधिवत तथ्यपरक जानकारियों से श्रोताओं को अवगत करवाया।
उन्होने कहा कि भारत के लोकतंत्र और आधुनिक भारत के निर्माण में जवाहरलाल नेहरु के त्याग और बलिदान की ईंटें लगी हुईं हैं। उन्होनें कश्मीर के भारत में विलय मे नेहरु दमदार भूमिका और निर्णय, सरदार पटेल और नेहरु के बीच आत्मीय और और आदरपूर्ण सम्बंध, नेहरु द्वारा सुभाष चन्द्र बोस के परिवार का ख्याल रखना, भगत से मिलने जेल में जाना और आजाद हिन्द फौज के बंदियों के पक्ष मे मुकदमा लड़ने जैसी तमाम जानकारियां दीं और कहा की नेहरु को जानने के लिये तथ्यात्मक किताबों और लेखों सहित खुद नेहरु द्वारा लिखी किताबें जैसे डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया, लेटर्स टू नेशन जैसी किताबों को पढ़ना चाहिये।
कार्यक्रम में नजीर मलिक, ज्ञान प्रकाश द्विवेदी, इम्तियाज अहमद, अभिषेक शंकर त्रिपाठी, पतंजलि मिश्रा, अरुण प्रजापति, नितेश पांडेय, दीपक मिश्रा, मुकेश दूबे, मनीष यादव, कौशल शुक्ला, अनूप त्रिपाठी, घनश्याम ओझा, मनोज चौधरी, अभिनय राय, हिमांशु पान्डेय, ऋषभ श्रीवास्तव, आशुतोष मिश्रा सहित सैकड़ो की संख्या में श्रोता उपस्थित रहे।