डॉक्टर नहीं फ़रिश्ता कहिये अश्वनी चौधरी को गरीबों को दवा अपने पॉकेट से देते हैं
दुर्गेश मूर्तिकार
बांसी सिद्धार्थनगर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए नजीर साबित होते जा रहे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बांसी के डाक्टर अश्वनी चौधरी मरीजों के लिए भगवान साबित होते जा रहे हैं|
दिन भर क्षेत्र के मरीजों का जमावडा उन्हें अपने कर्तव्य पथ अग्रसारित करता रहता है| सुबह 08 बजे से लेकर रात्रि मे 09 बजे और कभी कभार 12 बजे तक मरीजों का इलाज करना जीवन का लक्ष्य बना लिया है |कुछ लोगों ने बतलाया कि किसी किसी गरीब के दवा की कीमत भी डाक्टर साहब अपने जेब से दे देते हैं|
नगर पालिका मे रहने के कारण अतिरिक्त कार्य भी पड जाता है जिसका भी उचित समाधान हो जाता है/ कोरोना महामारी मे डट कर हालातों का मुकाबला किया गया/ कई मरीजों ने बतलाया कि डाक्टर साहब यहाँ पर भगवान साबित होते जा रहे हैं/ अस्पतालों मे मिलने वाली दवाएं प्रयाप्त न होने पर मरीजों को बेहतर और सस्ती दवा लिखने का कार्य करते हैं|
इस बारे मे डाक्टर अश्वनी चौधरी ने कहा कि मरीजों का सेवा ही हम सबका प्रमुख धर्म होता है/जब वो स्वस्थ हो जाते हैं तब उनके मुँह से निकलने वाला आशिर्वाद ही हमारी पूंजी होती है/