सिद्धार्थ नगर जनपद के 34 वें स्थापना दिवस बौद्ध स्तूप पर कार्यक्रम में जिले भर की मशहूर हस्तियों का जमावड़ा
इंद्रेश तिवारी
आज ही के दिन सिद्धार्थ नगर जनपद का उदय हुवा। सिद्धार्थनगर पहले बस्ती जनपद का हिस्सा हुवा करता था , उत्तर प्रदेश का यह सबसे बड़ा जिला हवा करता था सारे सरकारी काम बस्ती से हवा करते थे आम नागरिकों को सरकारी काम से बस्ती जाना पड़ता था जिस कारण उन्हें बहुत अधिक पैसे और समय का नुकसान होता था आने जाने के साधन नब्बे के दशक तक नहीं के बराबर ह्यू करते थे लोगों को बहुत कठिनाई होती थी ।
नब्बे के दशक की वर्तमान प्रदेश सरकार ने आम जनता की हितों को देखते हुवे बस्ती को दो टुकड़ों बांट कर एक अलग जिले का निर्माण किया गया। और भगवान बुद्ध के नाम पर इसका नाम रखा गया।
सिद्धार्थ नगर जनपद निर्माण के साथ ही स्वास्थ्य शिक्षा रोजगार कृषि क्षेत्र में बड़ा विकास हुवा बिजली सड़क परिवहन सेवा सिंचाई के साधन विकसित हुवे और तमाम सरकारी प्रयास के बाद यह जिला भगवान बुद्ध के दर्शन और इतिहास का केंद्र बना और साथ ही साथ कृषि क्षेत्र में चावल के उत्पादन में जिला एक नंबर पर है ,यहां का काला नमक चावल विश्व भर अपनी खुशबू और क्वालिटी के जाना जाता है।
गौतम बुद्ध की जननी तथा काला नमक चावल के उत्कृष्ट उत्पादक एवं महान ऐतिहासिक विरासत का परिचायक जनपद सिद्धार्थनगर के 34 वें स्थापना दिवस पर जगह-जगह पर महानपुरुष के ऐतिहासिक गौरवशाली प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर इस जनपद के लिए समर्पित रहने का प्रण किया।
विधायक विनय वर्मा ने साड़ी तिराह पर माल्यार्पण कार्यक्रम में शिरकत कर आज के इस ऐतिहासिक दिवस की सार्थकता को बढ़ाया। इस विशेष दिन पर जनपद के साड़ी तिराहा, सिद्धार्थनगर चौराहा, नगरपंचायत कपिलवस्तु (बर्डपुर) चौराहा एवं कपिलवस्तु स्थिति स्तूप पर सांसद जगदंबिका पाल , ध्रुव त्रिपाठी (एमएलसी) के साथ पूजा अर्चना एवं माल्यार्पण किया।
साथ ही सांसद जगदंबिका पाल एवं डुमरियागंज विधायक श्रीमती सैय्यदा ख़ातून , जिलाधिकारी संजीव रंजन , पुलिस कप्तान अमित कुमार , मुख्य विकास अधिकारी जयेन्द्र कुमार एवं अन्य सभी अधिकारियों ने कपिलवस्तु स्तूप पर उपस्थित बौद्ध भिक्षुओं में कंबल वितरण भी किया।
विधायक विनय वर्मा ने इस अवसर पर जनपदवासियों को शुभकामनाएँ दीं।
उन्होंने कहा बुद्ध भूमि का यह जिला निरंतर प्रगति के साथ पूरे भारत एवं विश्व में नाम रोशन करे यही मेरी कामना है।