अयोध्या में सरयू तट पर सबल संस्थान द्वारा जातिमुक्त भारत का घोषणापत्र हुआ जारी
सुनील के सी
तुल्सियापुर
सिद्धार्थनगर।नए भारत के निर्माण के लिए जाति प्रथा की समाप्ति को आवश्यक बताते हुए सबल संस्थान ने अयोध्या में सरयू तट पर जाति मुक्त भारत के संकल्प का घोषणा पत्र जारी किया। 8 सूत्रीय संकल्प पत्र में अयोध्या में नए राम मंदिर के निर्माण से पहले संसद में कानून बनाकर जाति प्रथा को समाप्त करने का आवाह्न किया गया।
सरयू तट पर पूजन के बाद उपस्थित कार्यकर्ताओं ने सरयू मैया के समक्ष घोषणा पत्र को पूरा करने का संकल्प लिया। सबल संस्थान के सचिव दीनानाथ ने बताया कि जाति प्रथा हिन्दू धर्म का अंग न होकर एक सामाजिक बुराई है और रामराज्य में बाधक है। विश्व सेवा संघ के सुनील केसी ने कहा कि भारत सरकार भी 2022 तक जाति मुक्त भारत का संकल्प ले चुकी है, इसलिए सरकार को अब तीन तलाक की तरह जाति प्रथा के विरुद्ध कानून बनाकर अपना वादा निभाना चाहिए। बुद्धा फाउंडेशन के होली प्रसाद ने कहा कि गांधीजी और अम्बेडकर जी के सपनों का भारत तभी बनेगा जब जाति प्रथा समाप्त होगी। उन्होंने बताया कि अब इस घोषणा पत्र को लेकर संस्था जनता के समक्ष जाएगी।इस मौके पर दिलीप जी, हरिओम जी भी उपस्थित रहें।