लगातार ठंढ से दिनभर ठिठुरते रहे लोग बाज़ार से रौनक गायब एक से आठ तक के विद्द्यालय बंद
जनवरी ठंढी का पीक महीना माना जाता है इस महीने में ठंढक जरूर से होती है पछुवा हवा चलने से मौसम सर्द हो गया है गलन बढ़ गयी है बहुत इमरजेंसी में ही लोग अपने घरों से निकल रहे हैं जनपद में ठंढ के कारण जिला प्रशासन ने माम सरकारी और गैर सरकारी विद्द्यालय कक्षा एक से आठ तक के सभी विद्द्यालय बंद करा दिए गए हैं |
अभिषेक शुक्ला
सिद्धार्थनगर – इन दिनों ठंढ के कारण जिले में आम जनजीवन अस्डुतव्मयस्रित हो गया है पाँचों तहसील क्षेत्र में पछुआ हवा बदली वाला को कोहरा के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त है लोग पूरे दिन अलाव के साथ चिपके रहते हैं रविवार को पूरे दिन बर्फीली हवा बदली के बीच बढ़ी गलन ने इलाके को जाम कर रख दिया सर्दी का ग्राफ बढ़ने से एक ओर जहां आम आदमी को हाल बेहाल है तो वहीं सड़क किनारे खुले में जीवन यापन करने वाले गरीब बेसहारा परिवार भी सर्दी के सितम से कांपते नजर दिखाई दे रहे हैं |
जनपद में शनिवार, रविवार और सोमवार को भी सूरज नहीं देख पाए कोहरे की कहर बर्फीली हवा के चलते पूरे दिन ठिठुरन से आम जनजीवन परेशान रहा कभी कभार हो रहे सूर्यदेव के दर्शन भी ठंड के प्रकोप को कम नहीं कर पा रहे हैं |
इससे लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हो रही है सुबह शाम के हारा हालात तो काफी बेदर्द है इसमें हर कोई काम जाता है ऐसे माहौल में आम आदमी तो किसी तरह से गर्म कपड़ों के जरिए सर्दी से बचने का प्रयास कर ले रहा है पर गरीब बेसहारा को कोई आस नजर नहीं आ रहा है शाम होते होते गलन व ठंड कितना बढ़ जाता है कि सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है|
लोग घरों में कैद हो जाते हैं इसके बावजूद भी प्रशासन द्वारा कहीं पर भी अलाव नहीं जलाया जाता है जिससे लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है लोगों ने विभिन्न स्थानों पर अलाव जलवाए जाने की मांग की है|